अगर आप गांव के वातावरण में अपने गांव-घर के मचान के अंदर बिलकुल देसी मीट-भात खाने का आनंद लेना चाहते हैं, तो दलादली चौक, सिमलिया रातू रोड, रिंग रोड स्थित रवि होटल में जा सकते हैं. यह होटल आपको गुमला, लोहरदगा और डाल्टनगंज से आने-जाने के दौरान ऑन द रोड मिलेगा. इस रूट में आनेवाले यहां की खूशबू की ओर खींचे चले आते हैं. यहां का मीट-भात देसी खस्सी से बनता है, जो बेड़ो, सिसई, सोस और बीजूपाड़ा जैसे गांव के हाट बाजार से लाया जाता है. यहां मीट बिल्कुल घर में बनाये जानेवाले तरीके से देसी अंदाज में बनाया जाता है.
मीट-भात के साथ एक अलग टेस्ट की खट्टी-मीठी चटनी
वहीं मीट-भात के साथ एक अलग टेस्ट की खट्टी-मीठी चटनी, चरबोदा चिप्स के साथ परोसी जाती है. प्याज संग ग्रामीणों के हाथों बने हरे-हरे सखुआ के पत्ते से बनाये गये पत्तल में पुआल के होटल में मीट-भात खाने का स्वाद दोगुना हो जाता है. यहां हर दिन खुद के हाथ से पीसे मसालों से लगभग 30- 35 किलो मीट बनाया जाता है. जिसे खाने बहुत दूर दूर से लोग पहुंचते हैं.
कितने में मिलती है मीट-भात
मात्र 130 रुपये में लोग यहां दो पीस मटन के साथ भर पेट खाना खा सकते हैं. वहीं लोग यहां वीकेंड मनाने भी आते हैं. ऐसे में यहां 30-50 किलो मटन की खपत हो जाती है. यहां सुबह साढ़े नौ से शाम चार बजे तक ही मीट भात का आनंद लिया जा सकता है. उसके बाद स्टॉक खत्म हो जाता है. सात साल पुराने रिंग रोड का यह पहला होटल है, जहां इस अनोखे अंदाज में पूरे देहाती स्टाइल (Dehati Style) से आपको खाने का आनंद मिलता है.
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