रांची: कांटाटोली मंगल टावर के पीछे स्थित इस्टेट प्लाजा में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने का काम गिरोह खुलेआम कर रहा है. रोज यहां सैकड़ों बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र मात्र 1600 से 3000 रुपये लेकर बनाये जाते हैं. वहीं इसकी खबर न नगर निगम और न ही पुलिस प्रशासन को है. नतीजा लोग असली समझ कर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवा रहे हैं.
फर्जी जन्म प्रमाण पत्र से ही आधार बन रहा है. आधार में सुधार का भी काम हो रहा है और स्कूलों में भी बच्चे एडमिशन ले रहे हैं. लोगों से हो रही इस ठगी की जानकारी जब प्रभात खबर को मिली, तो प्रभात खबर के संवाददाता ने दलालों से संपर्क किया. दलालों ने कहा कि हमारे सर्टिफिकेट से आप वह सारे काम कर सकते हैं, जो असली से होता है. इसलिए टेंशन न लें. हमें तीन हजार रुपये दीजिए, दो से तीन घंटे में जन्म प्रमाण पत्र बनाकर दे देंगे.
रिपोर्टर : एक जन्म प्रमाण पत्र बनाना है, कितने दिनों में बन जायेगा.
दलाल : तुरंत बनाना है, तो तीन हजार रुपये लगेंगे. सात दिन दीजियेगा, तो 1500 रुपये में बनाकर देंगे.
रिपोर्टर : स्कूल में एडमिशन कराना है, अर्जेंट है.
दलाल : अर्जेंट है, तो फिर एक रेट बता रहे हैं, 2500 रुपये लगेंगे.
रिपोर्टर : कुछ कम कीजिए, गरीब हैं. बच्चा का एडमिशन का मामला है.
दलाल : बच्चे की बात है, इसलिए एक रेट बता रहे हैं. 1600 रुपये लगेंगे. इससे कम में काम नहीं होगा. पैसा दीजिए, तीन घंटे में सर्टिफिकेट बनाकर दे देंगे.
रिपोर्टर : बर्थ सर्टिफिकेट तो निगम बनाता है, आपका वाला ओरिजनल होगा न.
दलाल : 100 प्रतिशत ओरिजनल होगा. रोज 100 से अधिक बनाते हैं. जितने भी लोगों को बनाकर दिये हैं, अभी तक एक भी व्यक्ति दोबारा शिकायत करने नहीं आया है.
रिपोर्टर : कैसा सर्टिफिकेट दिखता है, सैंपल दिखाइए जरा
दलाल : फोन नंबर दीजिए, व्हाट्सएेप कर दे रहे हैं सर्टिफिकेट.
(इसके बाद दलाल एक सर्टिफिकेट भेजता है, यह सर्टिफिकेट हूबहू नगर निगम द्वारा जारी किये गये सर्टिफिकेट जैसा दिखता है.)
वर्तमान में जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने का काम केंद्र सरकार की वेबसाइट crsorgi.gov.in से होता है. लेकिन इन दलालों ने इससे मिलती-जुलती वेबसाइट crsgov.com बना ली है. आम आदमी जब अपने फर्जी सर्टिफिकेट को वेरिफाइ करने जाता है, तो यह साइट खुल जाती है. इसमें झारखंड सरकार के लोगो से लेकर वह सारी चीजें दिखने लगती हैं, जो असली सर्टिफिकेट में दिखती है.
रांची नगर निगम के नाम से अगर कोई व्यक्ति या प्रतिष्ठान जन्म प्रमाण पत्र जारी करता है तो यह गलत है. इस काम में जो भी लोग शामिल होंगे, उन पर कार्रवाई की जायेगी. दलालों के चक्कर में न पड़ें.
मुकेश कुमार, नगर आयुक्त
Posted By: Sameer Oraon