प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने रांची स्थिति बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान सह स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय का उद्घाटन किया. जिसमें पीएम मोदी ने 15 नवंबर को हर साल जनजतीय गौरव दिवस मनाने का आधिकारिक ऐलान कर दिया. जिसमें उन्होंने भागवान बिरसा मुंडा के संघर्षों को बखान किया.
बता दें कि पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरूआत मुंडारी में किया. इस मौके पर उन्होंने देश के आजादी में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले अन्य आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों को भी याद किया और उनके जीवन को से लोगों को सीख लेने की सलाह दी.
1. लोगों से रांची आने का दिया आंमत्रण, बोले- कभी संग्रहालय में जाइये यहां देखने के लिए बहुत कुछ है.
2. 15 नंवबर को जनजतीय गौरव दिवस मनाने का आधिकारिक रूप से ऐलान कर दिया.
3. इस मौके पर उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को नमन करते हुए कहा कि उनके कारण ही केंद्र में अलग से जनजातीय मंत्रालय बन सका है.
4. पीएम मोदी ने आदिवासियों के साथ अपने रिशतों का बखान किया. उन्होंने कहा कि मैंने अपने जीवन का अहम हिस्सा आदिवासियों के साथ बिताया है. आज का दिन मेरे लिए बेहद भावुक करने वाला क्षण है.
5. उन्होंने इस रांची स्थित बने संग्राहलय के बारे में बताते हुए कहा कि ये आदिवासी नायक-नायिकाओं के योगदान का, विविधताओं से भरी हमारी आदिवासी संस्कृति का जीवंत अधिष्ठान बनेगा. बिरसा मुंडा आधुनिक शिक्षा के पक्षधर थे, वो बदलावों की वकालत करते थे, उन्होंने अपने ही समाज की कुरीतियों के, कमियों के खिलाफ बोलने का साहस दिखाया.
6. देश 9 संग्राहालय बनने वाले हैं. इससे ना सिर्फ देश की नयी पीढ़ी आगे बढ़ेगी बल्कि आदिवासी इतिहास के गौरव से भी परिचित होगी इन क्षेत्रों में पर्यटन को भी नयी गति मिलेगी.
7. उन्होंने कामना की कि बिरसा मुंडा की ये धरती आगे बढ़ती रहे, उन्होंने राज्य की उज्वल भविष्य की भी कामना की.
8. उन्होंने यह भी बताया कि भगवान बिरसा मुंडा के फौज के सामने कि प्रकार अंग्रेजों ने घुटने टेक दिये थे.
9. उनके योगदान को हमेशा देश याद रखेगा, उन्होंने आजादी की लड़ाई को एक अलग गति दी है.
10. उन्होंने कहा कि जनजातीय गौरव दिवस समाज को सशक्त करने के इस महायज्ञ को याद करने का अवसर है.
Posted By : Sameer Oraon