कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी की ओर से आदिवासी समाज पर की गयी टिप्पणी सोशल मीडिया में वायरल हो रही है. इसमें इरफान अंसारी कह रहे हैं कि ‘बाबूलाल जी इतना तेज कैसे हो गये, हमको समझ में नहीं आ रहा है. आखिर आदिवासी इतना तेज कैसे हो सकता है?’ यह टिप्पणी उन्होंने मंगलवार को अनुपूरक बजट के कटौती प्रस्ताव के दौरान की थी.
हालांकि, विधानसभा की कार्यवाही से इसे स्पंज कर दिया गया है, लेकिन यह सोशल मीडिया में वायरल है. सदन में भाजपा विधायक अमित यादव व माले विधायक विनोद सिंह ने इरफान के इस बयान पर आपत्ति जतायी थी. आसन से आग्रह किया गया था कि इसे सदन की कार्यवाही से हटा दिया जाये. इसके बाद स्पीकर ने इस बयान को स्पंज कराया.
इधर, इस बयान पर भाजपा के केंद्रीय मंत्री, शीर्ष नेता से लेकर प्रदेश स्तर तक के नेता कांग्रेस पर निशाना साध रहे हैं. केंद्रीय जनजाति मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने ट्वीट कर कहा है कि कांग्रेस नेताओं का बाबूलाल मरांडी के खिलाफ जाति सूचक अनर्गल बयान उनकी तुच्छ मानसिकता को दर्शाता है. उनका वक्तव्य कांग्रेस का जनजातीय समाज के प्रति मानसिकता को दर्शाता है.
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, यह बात उन लोगों को कैसे समझ आयेगी, जिनके लिए परिवार के चंद लोग ही सर्वोपरि हैं. इनको परिवार की चिंता है, जनता की नहीं. भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने कहा कि झारखंड सरकार में विराजमान अहंकारी नेता आदिवासी समाज के गौरव पर लगातार प्रहार करते आ रहे हैं. आदिवासी समाज के लोग सीधे और सरल होते हैं, पर कांग्रेस उनकी बुद्धिमता पर सवाल उठा रही है, यह निंदनीय है.
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने इस वीडियो को ट्वीटर पर शेयर करते हुए कहा है कि आदिवासी समाज को लेकर कांग्रेस पार्टी के विधायक इरफान अंसारी की मानसिकता तो देखिये. कह रहे-आदिवासी इतना तेज कैसे हो सकता है? आदिवासी समाज को लेकर कांग्रेस पार्टी की यही मानसिकता सदियों से चली आ रही है, उनके लिए परिवार ही सब कुछ है. भाजपा कार्यकर्ता पंकज तिवारी ने ट्वीट कर कहा है कि आदिवासी समाज के लोगों के लिए कांग्रेस के मन में कितना घृणा व नफरत छिपी है, वह इरफान अंसारी की बातों को सुनकर समझा जा सकता है.
यही है कांग्रेस का देश के आदिवासियों के लिए मुहब्बत की दुकान? आखिर कांग्रेस के लोग इतना नफरत लाते कहां से हैं? सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता प्रशांत उमराव ने भी ट्वीट कर कहा है कि इरफान का बयान आदिवासियों के प्रति कांग्रेस की सोच व मानसिकता को दर्शाता है. मध्यप्रदेश भाजपा ने इसे कांग्रेस की जनजातीय समाज के प्रति सोच बताया.
बाबूलाल मरांडी तो गरीब आदिवासी घर में जन्म लेनेवाला एक अदना सा कार्यकर्ता है. अगर गाली देना है, तो बाबूलाल मरांडी को दो, लेकिन कृपा करके मेरे आदिवासी समाज को नीचा मत दिखाओ. कांग्रेस और उनके सहयोगी मानसिक रूप से संभ्रांत और कुलीनवादी विचारधारा के प्रतिनिधि हैं. विडंबना है कि हमारा समाज सदियों से इन राजाओं – राजकुमारों का कोपभाजन बनता आ रहा है. दुर्भाग्य यह भी है कि सोने का चम्मच लेकर पैदा हुए हमारे आदिवासी समाज के सामंती सोच से ग्रस्त कुछ अयोग्य एक्सीडेंटल उत्तराधिकारी भी उसी नक्शेकदम पर चल रहे हैं.
बाबूलाल मरांडी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष