13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

रांची के ‘सेतु’ ने उगाया ऐसा मशरूम, जिसकी कीमत सुनकर आप हो जायेंगे हैरान

रांची के रहने वाले सेतु कुमार ने एक ऐसा मशरूम का उत्पादन किया है. जिसकी कीमत सुनकर आप हैरान हो जायेंगे. मशरूम की कीमत राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय बाजार में डेढ़ से दो लाख रुपये प्रति किलो है. इतना ही नहीं, इस मशरूम के खरीदार रांची में भी हैं.

रांची, संजीव सिंह : रांची में एक ऐसा मशरूम का उत्पादन हो रहा है, जिसकी कीमत सुन कर आप हैरान हो जायेंगे. जी हां, इस मशरूम की कीमत राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय बाजार में डेढ़ से दो लाख रुपये प्रति किलो है. इतना ही नहीं, इस मशरूम के खरीदार रांची में भी हैं. इस मशरूम का नाम है कॉर्डिसेप्स मिलिटेरिस मशरूम. इस मशरूम को प्रयोगशाला में तैयार किया जा रहा है. अरगोड़ा-कटहल मोड़ के बीच स्थित पीपर टोली के पास स्थित एलिक्सिर बायो के सेतु कुमार ने कॉर्डिसेप्स मिलिटेरिस मशरूम का उत्पादन शुरू किया है. सेतु बताते हैं कि अभी नयी कंपनी है, लेकिन माह में वह 150 से 200 ग्राम तक बेच ले रहे हैं. प्रयोगशाला में पांच किलो तक उत्पादन हो सकता है. उत्पादन की प्रक्रिया वर्ष में तीन बार की जा रही है. शीघ्र ही इसे ऑनलाइन मार्केट से जोड़ा जा रहा है.

सेतु ने बताया कि यूके व यूएस से इसकी डिमांड आयी है. शीघ्र ही सारी प्रक्रिया को पूरी करते हुए अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसे भेजने की तैयारी कर रहे हैं. टॉरियन वर्ल्ड स्कूल से 10वीं व डीएवी हेहल से 12वीं के बाद नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी रांची से लॉ की पढ़ाई बीच में छोड़कर सेतु ने इस प्रयोगशाला को स्थापित कर अपना बिजनेस शुरू किया है. झारखंड में इस तरह की यह पहली कंपनी है. सेतु ने बताया कि कॉर्डिसेप्स मिलिटेरिस मशरूम को प्रयोगशालाओं में उगाया जा रहा है. यह एक दुर्लभ और असाधारण मशरूम है, जो किसी चमत्कार से कम नहीं है. प्राकृतिक रूप से सीमित मात्रा में यह हिमालय की उच्च श्रेणी जगहों पर पाया जाता है, जिसे कॉर्डिसेप्स सिनेसिस के रूप में जाना जाता है. इस प्रोडक्ट को कॉर्डिजेम एग्रोफॉर्म और एफएसएसएआइ से मान्यता मिल चुकी है. साथ ही श्रीराम टेस्टिंग लैबरोटरी नयी दिल्ली से प्रमाण पत्र मिला है.

ब्लड शुगर, हाइपरटेंशन, लीवर व इम्यूनिटी में कारगर है यह मशरूम

सेतु ने बताया कि यह गुणकारी व स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद खाद्य पदार्थ है. मुख्य रूप से यह ब्लड शुगर और हाइपरटेंशन को नियंत्रित करता है. यह शारीरिक सहन शक्ति सहित किडनी एवं लीवर की कार्यप्रणाली में तेजी से सुधार करता है. ऑक्सीजन का स्तर और प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देता है. साथ ही कोलेस्ट्रॉल कम करता है. सांस की बीमारियों (ब्रोंकाइटिस और अस्थमा) को रोकता है. थायराइड और गठिया के इलाज में उपयोगी और उम्र से संबंधित सेलुलर क्षति को रोकता है. उन्होंने बताया कि माता-पिता, बिरसा कृषि विवि, केंद्रीय तसर अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान, नगड़ी सहित जेएनयू व बीआइटी मेसरा रांची के विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों द्वारा प्रशिक्षण, प्रदत्त सहयोग और मार्गदर्शन में उन्हें यह सफलता मिली है.

Also Read: रांची की रहने वाली संजू देवी घर पर कर रही मोती की खेती, जानें कैसे की इसकी शुरुआत
ड्रैगन फ्रूट व आम की खेती भी कर रहे हैं सेतु

सेतु मशरूम के साथ-साथ ड्रैगन फ्रूट व आम की भी खेती कर रहे हैं. लोहरदगा में अपने खेत में 2000 पौधे ड्रैगन फ्रूट के और पांच वेराइटी के 70 से अधिक आम के पेड़ लगा कर उत्पादन कर रहे हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें