रांची : झारखंड में पहली बार एनसीसी नेवी कैडेट्स की भर्ती प्रक्रिया खेलगांव में हुई़ इसमें 133 कैडेट्स (17-23 वर्ष) का चयन हुआ. इसके लिए झारखंड के सभी जिलों से 690 विद्यार्थियों ने आवेदन किया था़ इसमें 450 छात्र और 240 छात्राएं शामिल हुईं. सबसे पहले लिखित परीक्षा हुई, जिसमें 260 विद्यार्थी चयनित हुए. इसके बाद शारीरिक परीक्षा (दौड़, पुस अप, सेटल) हुई़ लड़कों ने 1.6 और लड़कियों ने 01 किमी की दौड़ लगायी.
झारखंड-बिहार निदेशालय के एडीजी मेजर जनरल एम इंद्रबालन के निर्देशन में एनसीसी नेवी कैडेट्स का चयन हुआ. वहीं झारखंड- एक नेवी के कमांडिंग ऑफिसर लेफ्टिनेंट शुभम कुमार अवस्थी की देखरेख में भर्ती प्रक्रिया पूरी हुई. लेफ्टिनेंट अवस्थी ने बताया कि खेल निदेशक जिसान कमर, जेएसएसपीएस के सीइओ जीके राठौड़, जिला प्रशासन, पारस अस्पताल धुर्वा के डॉ अजीत कुमार व नर्सिंग असिस्टेंट ने सहयोग किया.
चयनित कैडेट्स की ट्रेनिंग पतरातू डैम में होगी. हथियार चलाने, परेड, सेना से संबंधित एकेडमिक पढ़ाई, एडवेंचर तथ नौसेना से संबंधित प्रशिक्षण दिया जायेगा़ यह प्रशिक्षण तीन वर्ष का होगा़ दो साल बाद बी सर्टिफिकेट और तीन साल बाद सी सर्टिफिकेट की परीक्षा होगी. साथ ही कैडेट्स अपनी पढ़ाई भी जारी रखेंगे़
एनसीसी के सी सर्टिफिकेट की परीक्षा पास करनेवाले कैडेट्स को सेना के तीनाें विंग में सर्विस सेलेक्शन बोर्ड (एसएसबी) द्वारा आयोजित ऑफिसर ग्रेड सर्विस की लिखित परीक्षा से छूट मिलती है़ वहीं शारीरिक, मेडिकल व ग्रुप परीक्षा में शामिल होना जरूरी है़ अग्निवीर की बहाली प्रक्रिया में सी सर्टिफिकेट कैडेट्स को छूट नहीं मिलेगी.
लेफ्टिनेंट अवस्थी ने बताया कि आर्मी और एयर विंग के एनसीसी कैडेट्स का चयन विभिन्न स्कूलों व कॉलेजों में होता है़ हालांकि नेवी के कैडेट्स का चयन नहीं होता था, इसलिए अलग से नौसेना के लिए एनसीसी कैडेट्स का चयन खेलगांव कॉम्प्लेक्स में किया गया़
लिखित परीक्षा में चयनित केंद्रीय विद्यालय नामकुम के रुस्तम कुमार ने कहा कि एनसीसी के माध्यम से सेना में जाने का रास्ता साफ होता है. इसलिए इस भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने के लिए आया हूं. एनसीसी में अनुशासन सीखने का मौका मिलेगा़
इंटर साइंस कॉलेज हजारीबाग से इंटर पास सरोज कुमार ने कहा कि डिफेंस में करियर बना कर देश सेवा करना ही लक्ष्य है़ एनसीसी पहला पायदान है़ इसलिए एनसीसी नेवी कैडेट्स की भर्ती प्रक्रिया में शामिल हुआ़
रामलखन सिंह यादव कॉलेज से स्नातक कर रही अनामिका कुमारी ने कहा कि उनका सपना एनसीसी ज्वाइन करना था़ एनसीसी के माध्यम से समाज सेवा करना चाहती हूं. एनसीसी की एकता और अनुशासन ने काफी प्रभावित किया है़
बोकारो थर्मल की रहनेवाली हेमंती कुमारी (डीएवी नंदराज से दसवीं पास) ने कहा कि वह एथलेटिक्स की तैयारी कर रही है़ एनसीसी कैडेट्स और एथलीट बनकर वह देश का नाम रोशन करना चाहती है़
Posted By: Sameer Oraon