रांची : झारखंड में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ रहे मामलों ने रांची जिला प्रशासन को चिंतित कर दिया है. यही वजह है कि जिला के नये उपायुक्त छवि रंजन ने शनिवार (18 जुलाई, 2020) को कोरोना जांच करने वाले रांची के निजी लैब संचालकों के साथ बैठक की. उपायुक्त ने संचालकों को निर्देश दिया कि वे अपनी टेस्टिंग क्षमता बढ़ायें और जांच रिपोर्ट पहले जिला प्रशासन को उपलब्ध करायें.
बैठक में उपायुक्त ने लैब संचालकों से कहा कि कोरोना संदिग्ध की जांच करने से पहले दिये गये अल्टरनेट फोन नंबर पर काॅल करके जांच कर लें. इतना ही नहीं, मरीज द्वारा दिये गये पते को भी अपने स्तर से वेरिफाई करें. उन्होंने कहा कि सैंपल देने वाले व्यक्ति के पते में लैंडमार्क का उल्लेख जरूर करें. कहा कि हर मरीज का रिकॉर्ड रखें कि वह सैंपल देने के दौरान कहां रह रहा है.
कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच करने वाले निजी लैब संचालकों को निर्देश देते हुए उपायुक्त छवि रंजन ने कहा कि जांच रिपोर्ट की जानकारी पहले जिला प्रशासन को दें उसके बाद मरीज को इसके बारे में बतायें. उन्होंने जांच करने वाले लैब को एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपते हुए जांच रिपोर्ट आने तक होम आइसोलेशन में रहने से संबंधित अंडरटेकिंग भी लेने के लिए कहा.
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बैठक में उपायुक्त श्री रंजन ने निजी लैब संचालकों को जांच क्षमता बढ़ाने के लिए कहा. उन्होंने सभी लैब संचालकों को हर दिन जांच के लिए लिये गये सैंपल, की गयी जांच और बैकलाॅग की रिपोर्ट देने को कहा है. बैठक में मेडिकल हाॅस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड से हर्ष दारुका, पैथकाइंड लैब से डाॅक्टर अमित आनंद, डाॅ अमित कुमार सिन्हा, माइक्रोप्रैक्सिस लैब से डाॅ पूजा सहाय, लाल पैथलैब से रवि रंजन सिन्हा उपस्थित थे.
रांची समाहरणालय स्थित उपायुक्त कार्यालय में आयोजित बैठक में रांची के उपविकास आयुक्त अनन्य मित्तल, सिविल सर्जन वीबी प्रसाद एवं शहर के विभिन्न लैब संचालक उपस्थित हुए. इस दौरान उपायुक्त ने लैब संचालकों को संदिग्धों की कोरोना जांच से संबंधित निर्देश भी दिये.
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Posted By : Mithilesh Jha