रांची: सरना धर्म कोड लागू करने की मांग को लेकर झामुमो का प्रतिनिधिमंडल जून माह में राष्ट्रपति से मुलाकात करेगा. इस मुद्दे को लेकर शनिवार को झामुमो विधायक दल व वरिष्ठ नेताओं की बैठक में निर्णय लिया गया. हालांकि अभी तक राष्ट्रपति से मुलाकात को लेकर तिथि तय नहीं की गयी है.
पार्टी के केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल जून माह में राष्ट्रपति भवन जायेगा, ताकि संसद के सत्र में सरना धर्म कोड पारित कराया जा सके. उन्होंने कहा कि वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति पर भी बैठक में चर्चा हुई. कहा कि यहां राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की जा रही है.
उन्होंने कहा कि जो भी जांच करना है करिये, लेकिन भाजपा नैरेटिव बनाने की कोशिश ना करे, वरना झामुमो चुप नहीं बैठेगा. उन्होंने कहा कि झामुमो इन मुद्दों को लेकर राज्यसभा चुनाव के बाद बड़ा आंदोलन करेगा. बैठक में केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, मंत्री चंपई सोरेन, जगन्नाथ महतो, जोबा मांझी, मिथिलेश ठाकुर, हफीजुल हसन समेत पार्टी के विधायक, वरिष्ठ नेता, जिलाध्यक्ष मौजूद थे.
जनगणना में अलग सरना धर्म कोड का प्रावधान लागू करने का प्रस्ताव झारखंड विधानसभा विधानसभा से पारित कर केंद्र सरकार के पास केंद्र सरकार के पास भेजा गया है. इसको लेकर हेमंत सरकार ने 11 नवंबर 2020 को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया था. इसमें चर्चा के बाद विधानसभा से पारित कर इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार के पास भेजा गया. हालांकि केंद्र सरकार ने अभी तक इस पर कोई निर्णय नहीं लिया है.
Posted By: Sameer Oraon