Vande Bharat Express: वंदे भारत एक्सप्रेस का इंजन सामान्य लोकोमोटिव इंजन की तरह है. इसमें सिर्फ कुछ बदलाव करते हुए सेल्फ प्रोपेल्ड इंजन के रूप में कॉस्मेटिक बदलाव किया गया है. यह सीधे तौर पर कोच-डिब्बों से जुड़ा हुआ है. रेलवे के अधिकारी ने बताया कि जिस तरह विमान में स्पीड बढ़ाने और ऊंचाई पर ले जाने के लिए सिस्टम होता है, उसी तरह इस वंदे भारत ट्रेन में नॉच स्पीड बढ़ाने के लिए दिया गया है. साथ ही स्पीडो मीटर भी है, जिसमें अधिकतम स्पीड 200 किमी प्रतिघंटा की है. इसमें आगे पीछे इंजन है. चार लोको स्टाफ के लिए कंट्रोल और बैठने की सुविधा है. इसके अलावा कैमरा का स्क्रीन, मेंटेनेंस मेनू, ट्रेन स्टार्ट करने के लिए चाबी पैनल, माइक सहित अन्य स्वचालित सुविधा इंजन में कंट्रोल के लिए उपलब्ध हैं.
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इंजन 6000 हॉर्स पावर जनरेट करता है
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08 डिब्बे इलेक्ट्रिक मोटर से लैस हैं, जो इसकी पावर को बूस्ट कर 12 हजार हॉर्स पावर तक पहुंचा देते हैं
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आधुनिकतम क्षमता के कारण पिकअप और टॉप स्पीड अचानक बढ़ जाती है
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इस ट्रेन में बिजली ट्रेन के ऊपर लगे पेंटो सिस्टम से मिलती है, लाइन की पावर 25 हजार वॉट होती है
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ट्रेन के कोच के नीचे ट्रांसफाॅर्मर लगा हुआ है, जो 25 हजार वॉट को कन्वर्ट कर जरूरत के हिसाब से ट्रेन चलाने लायक बनाता है
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ट्रेन को स्पीड देने वाला मोटर कोच लगा है
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यदि ड्राइवर टेलर कोच काम करना बंद कर दे, तो ट्रेन के बीच में लगे नॉन ड्राइविंग टेलर कोच के सिस्टम से ट्रेन चलायी जा सकती है
पटना से चली वंदे भारत एक्सप्रेस सुबह 9:24 बजे काेडरमा रेलवे स्टेशन पर रुकी. इस दौरान सांसद जयंत सिन्हा ट्रेन में सवार हुए और हरी झंडी दिखाकर झारखंड में वंदे भारत का स्वागत किया. श्री सिन्हा ने बरकाकाना तक सफर किया.
वंदे भारत ट्रेन से यात्रा करनेवाले लोगों को हवाई जहाज की यात्रा का आनंद मिलेगा. रांची से पटना के बीच चार सुरंगें भी रोमांचित करेंगी. समय भी बचेगा.
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