रांची, गुरुस्वरूप मिश्रा
रक्तदान का नाम सुनते ही कुछ लोग इससे कतराने लगते हैं. इससे जुड़ी कई भ्रांतियां है, जिसके कारण लोग रक्तदान से परहेज करते हैं, जबकि सच्चाई ये है कि इससे नुकसान कम, फायदे अधिक हैं. हेल्दी लाइफ के लिए ब्लड डोनेशन तीन माह के अंतराल पर जरूरी है. एक यूनिट ब्लड तीन से चार लोगों की जिंदगी बचा सकता है. 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस (World Blood Donor Day 2023) है. इस मौके पर जानते हैं कि आमलोगों में रक्तदान को लेकर क्या भ्रम है और सच्चाई क्या है? 15 प्वाइंट्स में रिम्स ब्लड बैंक के सीनियर रेजिडेंट डॉ चंद्रभूषण से दूर कीजिए अपनी सारी शंकाएं.
रक्तदान को लेकर आम लोगों में ये हैं भ्रम
1. रक्तदान से शरीर कमजोर होता है.
लोगों का मानना है कि रक्तदान करने से शरीर कमजोर हो जाता है, लेकिन ये बात सच नहीं है. रक्तदान करने के बाद आपका शरीर कमजोर नहीं होता. बशर्ते आप डॉक्टर की सलाह मानें और उसका पालन करें.
2. रक्तदान तकलीफदेह प्रक्रिया है
अक्सर लोग ये मानते हैं कि रक्तदान करने की प्रक्रिया काफी तकलीफदेह होती है, लेकिन सच्चाई यह है कि रक्तदान करते समय चेहरे पर अलग ही मुस्कान होती है और खुशी का एहसास होता है.
3. एक बार से ज्यादा रक्तदान नहीं कर सकते
लोगों को लगता है कि वो सिर्फ एक बार ही रक्तदान कर सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. हर स्वस्थ व्यक्ति साल में 4 बार रक्तदान कर सकता है. आप 3 महीने के अंतराल पर एक बार रक्तदान कर सकते हैं.
4. रक्तदान करने से बढ़ता है तनाव
आम लोगों में ये भ्रम है कि रक्तदान करने से तनाव बढ़ता है. लोग मानते हैं कि रक्तदान के बाद से सिर दर्द की समस्या बढ़ जाती है, लेकिन सच इससे बिल्कुल परे है. रक्तदान करने से ना तो किसी तरह का तनाव होता है और ना ही सिर दर्द की समस्या आती है, बल्कि नियमित रूप से रक्तदान करने वाले मानसिक रूप से ज्यादा खुश रहते हैं.
5. रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है
लोग मानते हैं कि रक्तदान से रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी बीमारियों से लड़ने की क्षमता कम होती है, लेकिन ये सरासर गलत है और ऐसा देखा गया है कि नियमित रक्तदान करने वाले लोग ज्यादा स्वस्थ रहते हैं.
रक्तदान को लेकर ये भ्रम कर लें दूर
6. रक्तदान करने से ब्लड प्रेशर स्थिर नहीं रहता
रक्तदान को लेकर ये भ्रम भी लोगों में है कि इसके बाद व्यक्ति को बीपी की समस्या होती है, लेकिन रक्तदान के बाद हाई या लो बीपी जैसी कोई समस्या नहीं होती है.
7. रक्तदान में समय काफी लगता है
रक्तदान करने में काफी समय लगता है और यही सोचकर बहुत से लोग इस नेक काम को करने से चूक जाते हैं, लेकिन रक्तदान ज्यादा से ज्यादा आधा घंटा की प्रक्रिया है.
8. रक्तदान से इंफेक्शन की आशंका
रक्तदान के बाद लोगों को इंफेक्शन फैलने का डर रहता है, लेकिन ब्लड डोनेट करने के बाद किसी तरह का इंफेक्शन नहीं होता क्योंकि यह पूरी प्रक्रिया बिलकुल ही सुरक्षित है.
9. धूम्रपान करने वाले रक्तदान नहीं कर सकते
अगर आप धूम्रपान करते हैं, तो आप रक्तदान करने से ठीक एक घंटा पहले और बाद में स्मोकिंग नहीं करें. अच्छी सेहत के लिए इसका पालन करना जरूरी है.
10. वजन पर फर्क पड़ता है
अगर आपसे कोई ये बोले कि रक्तदान करने के बाद वजन घटता या बढ़ता है, तो बिल्कुल गलत है. ऐसा कुछ नहीं होता. रक्तदान करने के बाद आपके वजन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता.
भ्रम दूर कर हेल्दी लाइफ के लिए करें रक्तदान
11. गर्भवती महिला रक्तदान कर सकती है
ये बात सरासर गलत है. गर्भवती महिला भले ही कितनी भी स्वस्थ हो, लेकिन वह रक्तदान नहीं कर सकती.
12. रक्तदान से शरीर में होती है आयरन की कमी
रक्तदान करने से शरीर में किसी भी तरह की आयरन की कमी को नहीं झेलता.
13. रक्तदान के बाद करें पूरा एक दिन आराम
रक्तदान करने के बाद भी आप अपने दिनभर का काम आराम से कर सकते हैं. रक्तदान के बाद आपको पूरे दिन के आराम की जरूरत नहीं होती.
14. टैटू बनवाने और अंग छिदवाने के बाद रक्तदान नहीं कर सकते
टैटू बनवाना और अंग छिदवाने वाले लोगों के लिए रक्तदान करने पर कोई प्रतिबंध नहीं है, लेकिन उन्हें इसके लिए थोड़ा इंतजार करने की जरूरत होती है. कुछ दिनों बाद ही रक्तदान करें.
15. शाकाहारी लोग रक्तदान नहीं कर सकते
एक सर्वे के मुताबिक कई लोगों का मानना है कि शाकाहारी लोग रक्तदान नहीं सकते हैं. इससे आयरन की कमी हो जाती है, जबकि ऐसा नहीं है. आयरन रक्त में पाए जाने वाला एक प्रमुख घटक है, जो शाकाहारी भोजन में कम पाया जाता है, लेकिन जब तक आप संतुलित भोजन कर रहे हैं, तो आपको पर्याप्त आयरन मिलता रहेगा और आप शाकाहारी होकर भी रक्तदान कर सकते हैं.