Leo Yearly Horoscope 2024: सिंह राशि के जातक बहुत ही जुनूनी होते हैं. वह अपने रिश्तों में पूरे दिल से निवेश करते हैं. इनकी लव लाइफ बहुत ही रोमांटिक होती है. इनमें गजब की कम्युनिकेशन स्किल होती है. यह साल सिंह जातकों के लिए अनुकूलता लेकर आने वाला है. पूरे वर्ष शनि महाराज आपके सप्तम भाव में विराजमान रहेंगे, जिससे आपके वैवाहिक जीवन को मजबूत बनायेंगे और आपके जीवन साथी के व्यक्तित्व में सुधार होगा.
1 मई को देव गुरु बृहस्पति दशम भाव में जाकर परिवार और काम के बीच स्थितियों को सुधारेंगे. वहीं राहु महाराज के पूरे साल अष्टम भाव में बने रहने से आपको स्वास्थ्य का ध्यान रखना पड़ेगा.
इस साल 14 अप्रैल को सूर्य देव अपनी उच्च राशि मेष में प्रवेश करेंगे और 12 साल बाद मेष राशि में विराजमान गुरु से युति करने वाले हैं. ऐसे में आपको लग्नेश और पंचमेश की युति का लाभ प्राप्त होगा. इस समय संतान पर आपको गर्व होगा और आपको समाज में अच्छा मान-सम्मान प्राप्त होने के योग भी दिखाई दे रहे हैं. पिता की ओर से धन भी प्राप्त हो सकता है.
साल की शुरुआत में आपके लग्न के स्वामी सूर्य पंचम भाव में गोचर करेंगे और आपके लग्न पर देव गुरु बृहस्पति और शनि की दृष्टि होगी. वैदिक ज्योतिष के अनुसार, यह एक शुभ योग है. साल की शुरुआत से ही आपका आत्मविश्वास उठा हुआ रहेगा. आपकी वाणी प्रखर होगी और आपकी पदोनत्ति के योग दिखाई दे रहे हैं. सूर्य उच्च पद का कारक है. ऐसे में सूर्य गुरु का यह प्रभाव आपको अच्छे परिणाम देने वाला होगा.
साल 2024 में पाप ग्रह राहु जो माया के कारक कहे गये हैं, उनका गोचर आपके आठवें भाव से होगा. पूरे वर्ष वे इसी भाव में विराजमान रहने वाले हैं. ऐसे में आपको अपने छिपे हुए शत्रु से सावधान रहना होगा. राहु की दृष्टि आपके विदेश भाव पर होगी. ऐसे में आपको विदेश जाने का मौका मिल सकता है. अगर आप आयात निर्यात के काम से जुड़े हैं, तो भी राहु का गोचर आपको काफी मदद करने वाला रहने वाला है.
राहु और शुक्र की युति आपके अष्टम भाव में होगी. इस समय आप जमकर भोग विलास पर धन खर्च करेंगे, लेकिन याद रखें, इस भाव से बदनामी का भी विचार किया जाता है. कहीं ऐसा न हो कि किसी स्त्री के कारण आपको समाज में अपमान का भागी बनना पड़े. आपके जीवन में किसी परायी स्त्री का प्रवेश भी हो सकता है.
केतु का गोचर पूरे वर्ष आपके द्वितीय भाव में रहने वाला है. इस भाव से वाणी, परिवार और संचित धन का विचार किया जाता है. केतु मंगल के समान फल देने वाला कहा गया है ऐसे में छठे भाव पर केतु की दृष्टि आपके शत्रुओं का नाश करने में भी मददगार साबित होगी.
वैवाहिक जीवन के लिए वर्ष की शुरुआत अच्छी रहेगी. जीवनसाथी अपनी जिम्मेदारियों को निभायेंगे. आर्थिक रूप से वर्ष की दूसरी छमाही उतार-चढ़ाव से भरी रहने वाली है. अष्टम भाव में राहु व्यर्थ का खर्च बढ़ायेंगे, इसलिए आपको आमदनी बढ़ाने पर ध्यान देना होगा.
शुभ रंग : गुलाबी
शुभ अंक : 07
शुभ दिन : शनिवार
अमृतसिद्धि मंत्र : ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।।
उपाय : इस वर्ष आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ और नित्य सूर्य को अर्घ्य देना आपके लिए लाभदायक होगा. शुक्रवार को दुर्गा सप्तशती का पाठ करें और श्रीदुर्गा जी के मंदिर में एक नारियल और चुनरी चढ़ाएं.
डॉ श्रीपति त्रिपाठी, ज्योतिषाचार्य