Surya Gochar 2023: सूर्य का कर्क राशि में गोचर 16 जुलाई 2023 की प्रातः 4:59 बजे होगा. कर्क राशि के स्वामी चंद्र महाराज हैं जो कि सूर्य देव के मित्र हैं. सूर्य देव बुध की राशि मिथुन से निकलकर कर्क राशि में 16 जुलाई को गोचर करेंगे और यहां पर 17 अगस्त 2023 की दोपहर 13:27 बजे तक रह कर उसके बाद अपनी ही स्वराशि सिंह में प्रवेश कर जाएंगे. इस प्रकार सूर्य का एक माह का यह गोचर विभिन्न जातकों के जीवन में अलग-अलग प्रभाव डालेगा. सूर्य एक अग्नि प्रधान ग्रह हैं जबकि कर्क राशि जल तत्व प्रधान है. इसे कर्क संक्रांति के नाम से जाना जाता है. इसका असर सभी 12 राशियों पर पड़ने वाला है, लेकिन कुछ राशियां पैसों के मामले में बेहद भाग्यशाली रहेंगी,तो आइए जानते हैं वो कौन सी हैं.
सूर्य का गोचर आपकी राशि के जातकों का भाग्य बदलने वाला साबित हो सकता है. नौकरीपेशा लोगों के पद और प्रतिष्ठा में वृद्धि हो सकती है. प्रमोशन मिलने से पारिवारिक जीवन खुशहाल रहेगा. एक महीने में आपको कोई खुशखबर भी मिल सकती है. शिक्षा प्रतियोगिता से जुड़े हुए लोग मेहनत करना न छोड़ें. आपके लिए अनुकूल समय आ रहा है. सफलता प्राप्ति की पूरी संभावना है. आप अपना लक्ष्य हासिल करने में सफल हो सकते हैं.
कर्क राशि के लोगों के लिए सूर्य द्वितीय भाव के स्वामी ग्रह हैं और सूर्य का कर्क राशि में गोचर होने से आपकी राशि सर्वाधिक प्रभावित होगी क्योंकि यह आप ही की राशि में गोचर करने जा रहे हैं. यह गोचर एक और तो आपको अनुकूलता देगा. आप अपने बारे में भी सोचेंगे. अपने स्वास्थ्य को बलिष्ठ बनाए रखने के लिए आप कुछ नई दिनचर्या अपनाएंगे. आप व्यायाम करने की शुरुआत कर सकते हैं. सुबह की सैर कर सकते हैं लेकिन दूसरी ओर आपके स्वभाव में कुछ अहम की भावना बढ़ सकती है.
कन्या राशि के लिए सूर्य देव द्वादश भाव के स्वामी हैं और यह आपकी राशि से दशम भाव में गोचर करेंगे. सूर्य का कर्क राशि में गोचर आपको अच्छे परिणाम प्राप्त करने में सक्षम बनाएगा. आपकी आर्थिक चुनौतियां दूर होंगी और आप धन लाभ प्राप्त करते हुए नजर आएंगे. आप व्यापार में भी ऊंचाइयां हासिल करेंगे और नए लोगों के साथ मिलकर भी काम करने का मौका मिलेगा. समाज के कुछ बड़े रसूखदार लोगों और शासन प्रशासन में आपकी पैठ मजबूत होगी.
तुला राशि के लिए सूर्य ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं. सूर्य का कर्क राशि में गोचर आपके दशम भाव में होने से करियर के लिए यह गोचर बहुत ज्यादा लाभदायक साबित होगा. आप अपने कार्यक्षेत्र में जरूरत से ज्यादा अच्छा प्रदर्शन कर पाने में कामयाब होंगे जिससे लोगों की प्रशंसा के पात्र बनेंगे. आपका नाम पदोन्नति के लिए भेजा जा सकता है. आपकी तनख्वाह में भी वृद्धि के योग बनेंगे.
कुंभ राशि के जातकों के लिए सूर्य सप्तम भाव के स्वामी हैं और सूर्य का गोचर मिथुन राशि में होने से वह आपके षष्ठ भाव में आएंगे और शत्रुहंता बनेंगे. आपके विरोधियों की हार होगी और आपको उन पर जीत मिलेगी. नौकरी करने वाले जातकों को अपनी नौकरी में अच्छी सफलता मिल सकती है. वैसे तो आप तर्क वितर्क में माहिर रहेंगे लेकिन इस दौरान किसी से व्यर्थ वाद-विवाद से बचें. व्यापार के लिए यह अवधि मध्यम रहेगी.
सूर्य का कर्क राशि में गोचर मीन राशि के जातकों के पंचम भाव में होगा. आप अपनी परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर पाएंगे क्योंकि आपने जो मेहनत की है, वह आपको लाभ देगी और आप वर्तमान में भी अच्छी मेहनत करते नजर आएंगे. विवाहित जातकों को जीवनसाथी का पूरा सहयोग और समर्थन प्राप्त होगा. संतान की ओर से भी अच्छी खबरें सुनने को मिलेंगी और आप उनकी प्रगति के बारे में सुनकर गौरवान्वित महसूस करेंगे.
सूर्य को धरती पर प्रकाश देने वाला और जीवन ऊर्जा प्रदान करने वाला एकमात्र प्रत्यक्ष देवता माना गया है. जरा कल्पना कीजिए कि यदि सूरज ना होता तो धरती पर हमारा कोई अस्तित्व ही होना संभव नहीं था. वैदिक ज्योतिष में सूर्य को सर्वाधिक महत्व दिया गया है और इसे ग्रहों का राजा माना गया है. सूर्य के प्रकाश से ही अन्य ग्रहों को भी प्रकाश मिलता है और सभी ग्रह सूर्य का चक्कर लगाते हैं. इसे आत्मा और जगत का कारक माना गया है. सूर्य की कृपा से व्यक्ति को राज कृपा मिलती है, सरकारी नौकरी मिलती है और सरकारी क्षेत्र में काम करने का मौका मिलता है. सूर्य सरकार, प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद जैसे महत्वपूर्ण पदों के कारक ग्रह हैं.
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