12.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Basant Panchami 2022: सरस्वती पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि जानें, इस दिन छात्र जरूर करें ये काम

Basant Panchami 2022: विद्या और संगीत की देवी सरस्वती की पूजा 5 फरवरी को है. पंचांग के अनुसार हर साल माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को वसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है. सरस्वती पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि जान लें.

Basant Panchami 2022: इस बार बसंत पंचमी कब है ? इस बात को लेकर उलझन में हैं तो बता दें कि पंचांग के अनुसार हर साल माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को वसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है. इस बार बसंत पंचमी 2022 कब मनाई जाएगी जानना चाहते हैं तो सही तिथि, पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि जान लें. बता दें कि इस दिन अबुझ मुहूर्त होने के कारण किसी भी तरह के शुभ कार्य किए जा सकते हैं.

बसंत पंचमी का पर्व 05 फरवरी को

  • साल 2022 में बसंत पंचमी का पर्व 05 फरवरी, दिन शनिवार को मनाया जाएगा.

  • पंचमी तिथि आरंभ- 05 फरवरी प्रात:काल 03:47 बजे से

  • पंचमी तिथि समाप्त- 06 फरवरी प्रात:काल 03:46 बजे

बसंत पंचमी पूजा का शुभ मुहूर्त

05 फरवरी प्रात:काल- 07:07 बजे से दोपहर 12:35 बजे तक रहेगा.

सरस्वती पूजा विधि

बसंत पंचमी के दिन विद्या की देवी सरस्वती की पूजा पूरी आस्था और विश्वास के साथ की जाती है. इस दिन विभिन्न शिक्षण संस्थानों में मां सरस्वती की पूजा के साथ-साथ घरों में भी उनकी पूजा करने की परंपरा है.

  • सरस्वती पूजा के दिन प्रात:काल स्नान के बाद पीले वस्त्र पहन कर सबसे पहले मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित करें.

  • अब तिलक कर धूप-दीप जलाकर मां को पीले फूल अर्पित करें.

  • सरस्वती माता को पीले या केसरिया रंग के पकवानों के भोग लगाएं.

  • बसंत पंचमी के दिन पूजा में सरस्वती स्त्रोत का पाठ करने से व्यक्ति को अद्भूत परिणाम प्राप्त होते हैं.

  • बसंत पंचमी केे दिन धन की देवी मां लक्ष्मी, भगवान विष्णु, वाद्य यंत्र और किताबें रखकर उन्हें भी धूप-दीप दिखा कर विधि विधान से पूजा करनी चाहिए.

  • इस दिन पूजास्थल पर मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की प्रतिमाएं स्थापित कर श्री सूक्त का पाठ करना बहुत शुभ और लाभकारी माना गया है.

Also Read: Basant Panchami 2022: बसंत पंचमी पर क्यों पहनते हैं पीले रंग के कपड़े ? धार्मिक और प्राकृतिक कारण जानें
छात्र जरूर करें ये काम

ऐसी मान्यता है कि हमारी हथेलियों में मां सरस्वती का वास होता है. इसलिए बसंत पंचमी के दिन जगने के बाद सबसे पहले अपनी हथेलियां देखने से मां सरस्वती के दर्शन करने के बराबर फल की प्राप्ति होती है. माता सरस्वती की विशेष कृपा प्राप्त करने या यूं कहें कि विद्या और बुद्धि की प्राप्ति के लिए इस दिन ये काम जरूर करें.

  • बसंत पंचमी के दिन किसी जरूरतमंद को शिक्षा से जुड़ी चीजें दान करना चाहिए.

  • बसंत पंचमी के दिन पुस्तकों की पूजा कर उनपर मोरपंख रखना चाहिए. ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से छात्रों का मन पढ़ाई में लगने के साथ ही उनकी एकाग्रता भी बढ़ती है.

  • बसंत पंचमी के दिन पीला वास्त्र धारण करना चाहिए. साथ ही मां सरस्वती की पूजा पीले और सफेद रंग के फूलों और पूजन सामग्री से पूजा करनी चाहिए.

  • बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की सच्चे मन से आराधना कर उनके मंत्रों का जप करने से सरस्वती माता प्रसन्न होती हैं और विद्या-बुद्धि का वरदान देती हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें