Chandra Grahan 2021: इस साल कुल चार ग्रहण लगेंगे. जिसमें दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण लगेंगे. इस साल का पहला ग्रहण 26 मई को लगेगा. यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा. इस साल का पहला चंद्र ग्रहण महत्वपूर्ण माना जा रहा है. भारत में इस चंद्र ग्रहण को उपछाया ग्रहण के तौर पर देखा जा सकेगा. वहीं, साल का दूसरा ग्रहण सूर्य ग्रहण होगा जो 10 जून को लगेगा. यह सूर्य ग्रहण भारत के कुछ हिस्सों में देखा जा सकेगा.
ग्रहण लगने से पहले सूतक काल लग जाता है. सूतक का चंद्र ग्रहण के दौरान विशेष महत्व माना गया है. सूतक काल के दौरान किसी भी प्रकार के मांगलिक और शुभ कार्य करना वर्जित हैं. वहीं सूतक काल में कुछ विशेष नियमों का पालन करने की मान्यता है. वहीं, इस साल के पहले चंद्र ग्रहण में सूतक काल मान्य नहीं होगा. इस चंद्र ग्रहण में सूतक काल इसलिए नहीं मान्य होगा क्योंकि साल का पहला चंद्र उपच्छाया चंद्र ग्रहण है. जब चंद्र ग्रहण उपच्छाया होता है तो सूतक काल मान्य नहीं होता है.
उपच्छाया चंद्र ग्रहण होने के बाद भी गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है. इस दौरान भोजन करने से भी बचना चाहिए. ग्रहण के दौरान घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि जब चंद्र ग्रहण लगता है तो चंद्रमा पर नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है जो ग्रहण के दौरान संपर्क में आने वाले लोगों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है.
चंद्र ग्रहण समाप्त होने पर स्नान करना चाहिए और पूजा स्थल को शुद्ध करना चाहिए. इसके बाद पूजा आदि करने के बाद गंगाजल को घर में छिड़काव करना चाहिए.
चंद्र ग्रहण का असर इस बार भारत पर रहेगा, इसको जानने की सभी के मन में तीव्र इच्छा है. ज्योतिष गणना के अनुसार इस बार का चंद्र ग्रहण पूर्ण है, लेकिन भारत में यह उपच्छाया ग्रहण माना जाएगा. यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा, लेकिन इस चंद्र ग्रहण को देश के सभी हिस्सों में नहीं देखा जा सकेगा. वर्ष 2021 का दूसरा ग्रहण 19 नवंबर को लगेगा.
Posted by: Radheshyam Kushwaha