Chhath Vrat 2021 Geet : दीपावली के बाद ही छठ व्रत की तैयारियां शुरू हो जाती हैं. नहाय-खाय के साथ चारों ओर छठ के गीत बजने लगते हैं. दरअसल छठ में लोकगीत का काफी महत्व है. डूबते सूर्य या उगते सूर्य को अर्घ्य देने से पहले के इंतजार के दौरान घाटों पर व व्रती के साथ आए परिवार वाले इन्हीं गीतों को गाते हैं. घर की छत हो बालकनी, घाट या फिर सोसायटी कैंपस हो, हर तरफ छठ पर्व को लेकर तैयारियां जोरों पर होती हैं. बड़े आयोजनों में सजावट से लेकर, गाने की व्यवस्था पर भी काफी जोर दिया जाता है. छठ व्रत, पूजा से जुड़े ऐसे ही छठ गीतों की लिस्ट यहां देखें.
पहिले पहिल हम कइनी, छटी मईया व्रत तोहार : शारदा सिन्हा का यह गीत छठ के लिए सबसे लोकप्रिय गीत है. यह गीत छठ पर लगभग हर घाट, कैंपस में सुनने को मिल जाता है. यही नहीं यह गाना हर बार यूट्यूब पर छठ के मौके पर ट्रेंडिंग सॉन्ग में आ जाता है.
कांच ही बांस के बहंगिया : अनुराधा पौडवाल के स्वर में गाया यह गाना छठ पर्व पर बजने वाले गानों में से एक है. इसे महिलाएं भी खूब गाती हैं.
उग हे सूरज देव : जानीमानी सिंगर अनुराधा पौडवाल ने इस गाने को अपनी आवाज में गाया है. इसमें छठी मैया का गुणगान किया गया है. इस गीत को भी हर छठ पूजा पर काफी पसंद किया जाता है.
जल्दी उग आज आदित गोसाईं : इस गीत को मशहूर भोजपुरी सिंगर पवन सिंह ने गाया है. पवन सिंह का यह गाना छठ के पावन मौके पर खूब बजाया जाता है. इस गाने को मनोज मतलबी ने लिखा है.
छपरा छठ मनाएंगे : फेमस भोजपुर सिंगर खेसारी लाल यादव का छठ को लेकर बनाया गया यह गाना पिछले 3 साल में काफी पॉपुलर हुआ है. इसे आधुनिक तरीके से बनाया गया है, गीत में छठ मनाने के बारे में बताया गया है.
छठ करे आई : रितेश पांडे और अंतरा सिंह के मॉडर्न भोजपुरी गाने पर लोगों को खूब नचाते हैं. उनका गाया यह छठ गीत भी खूब सुना और गाया जाता है.
पेन्हीं ना बलम जी पियरिया : इस भोजपुरी गाने को लोग छठ पर बजाना पसंद करते हैं. इस गाने को काजल राघवानी ने गाया है, जबकि म्यूजिक दीपक ठाकुर का है.
छठी मईया सुन ली पुकार : छठ के इस गीत को अंजली भारद्वाज ने गाया है और विनय निखिल ने इसे लिखा है. यह गाना भी छठ पर अत्यंत लोकप्रिय है.
आ गईली छठी मईया : रितेश पांडे का गाया छाठ का यह गाना काफी हिट है. इसे भी हर बार छठ पर खूब बजाया जाता है. यह गाना साल 2019 में रिलीज हुआ था.
घरे घरे होता माई के बरतिया : सबसे ज्यादा सुने जाने वाले भोजपुरी छठ गीतों में इसका भी नंबर आता है. आम्रपाली दुबे की आवाज में गाया ये गाना घरों व घाटों पर खूब बजता है.