Falgun Amavasya 2024: 9 मार्च को फाल्गुन अमावस्या की शुरूआत सायं 5.24 मिनट पर होगी और 10 मार्च रविवार दोपहर 2.58 तक को स्नान-दान-श्राद्ध की अमावस्या है.रविवार को अमावस्या एवं चतुर्ग्रही योग,सूर्य,शुक्र,शनि,चन्द्रमा कुंभ राशि में, तथा मकर राशि में मंगल,मीन राशि में बुध राहु,मेष राशि में वृहस्पति,कन्या में केतु है.पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र,साध्य योग है.रविवारी अमावस्या,चतुर्ग्रही योग तथा आस-पास ही ग्रहों की जमाबड़ा घटनाकारी बनकर कोई बड़ी दैवी प्राकृतिक आपदा ला सकता है. भूकंप आदि के योग भी बन रहे हैं.विरोधी पक्ष के असहयोग एवं अड़गेबाजी से सरकार को नई मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा.विभिन्न असामाजिक एवं अपराधी तत्वों की साँठ-गाँठ से देश की अर्थ व्यवस्था,सामाजिक एवं राजनैतिक शांति भंग होगी.ग्रहों की प्रतिकूल होने से कुल मिलाकर यह पक्ष पूरे विश्व समुदाय के लिए भारी पड़ेगा.
हिंदु पंचांग के अनुसार कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि को अमावस्या होता है.अमावस्या को अमावसी,सिनिवाली,दर्श भी कहा जाता है,उस दिन सूर्य और चन्द्रमा साथ रहते हैं.हर माह की अमावस्या को कोई न कोई पर्व अवश्य मनाया जाता है.यह दिन पूरी तरह से पितरों के पूजा के लिए समर्पित है.इस दिन किसी भी तरह शुभ कार्य नहीं करना चाहिए.यह दिन पवित्र नदी में स्नान कर पितृ तर्पण,पितृ पूजा,पिंड दान और ब्राह्मणों को भोजन आदि कराने से शुभ फल की प्राप्ति होती है.इस दिन केतु की जन्म तिथि है जिनकी जन्म कुंडली में चन्द्रमा खराब है अमावस्या के दिन शिवजी का तथा माँ काली की पूजा करने से परिवार में सुख-समृद्धि की वृद्धि होती है.
अपार धन प्राप्ति के लिए अमावस्या के दिनअपार धन प्राप्ति के लिए अमावस्या के दिन
1.अन्न का सेवन न करें.
2.पितरों के लिए तर्पन एवं पिंड दान करें.
3.पितरों के लिए दान जरूर करें.
4.पशुओं को परा चारा खिलाएँ.
5.मुख्य द्वार पर सांय काल प्रदीप जलावें.