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Holi 2024 Ubtan: होलिका दहन से पहले क्यों लगाते हैं सरसों का उबटन, जानें इसका धार्मिक महत्व

Holi 2024 Ubtan: सनातन धर्म में होलिका दहन की रात को पूरे शरीर में उबटन लगाए जाने की परंपरा है. ज्योतिष के अनुसार यदि होलिका दहन से पहले उबटन को लगाने के बाद निकली मैल को होलिका की आग में डालकर जलाने पर जीवन से जुड़ी सारी नकारात्मक सोच जलकर राख हो जाती हैं.

Holi 2024 Ubtan: होली का इंतजार हर किसी को साल भर रहता है. होली की शुरुआत होलिका दहन की पूजा से होती है. होली को लेकर तरह-तरह की मान्यताएं हैं. 17 मार्च दिन रविवार से होलाष्टक शुरू हो गया है. पंचांग के अनुसार होलिका दहन फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि पर होगा. इस साल होली 25 मार्च 2024 को है. वहीं होलिका दहन 24 मार्च को रात में की जाएगी. धार्मिक मान्यता है कि होलिका दहन की रात को सरसों का उबटन बनाकर लगाने से शरीर रोग मुक्त होता है. अगर आप भी होलिका दहन के समय सरसों का उबटन करने का सोच रहे हैं तो इससे पहले आइए विस्तार से इसके बारे में जानते है.

होलिका दहन पर लगाए उबटन

सनातन धर्म में होलिका दहन की रात को पूरे शरीर में उबटन लगाए जाने की परंपरा है. ज्योतिष के अनुसार यदि होलिका दहन से पहले उबटन को लगाने के बाद निकली मैल को होलिका की आग में डालकर जला दिया जाता है. धार्मिक मान्यता हैकि उबटन के साथ उसके जीवन से जुड़ी सारी नकारात्मक सोच जलकर राख हो जाती हैं. ऐसा भी कहा जाता है कि यदि आपके घर में किसी सदस्य का शरीर हमेशा अस्वस्थ रहता हो या फिर लंबे समय से वह किसी शारीरिक पीड़ा से गुजर रहा हो तो उसे जल्द ही स्वास्थ्य लाभ पाने के लिए होलिका दहन की रात काली सरसों से बने उबटन को लगाकर आग में डाल देना चाहिए. मान्यता यह भी है कि इस उपाय को करने पर व्यक्ति के जीवन से जुड़े सारे रोग-दोष दूर हो जाते हैं.

ऐसे तैयार करें उबटन

होलिका दहन के समय सरसों का उबटन बनाने के लिए सबसे पहले सरसों के दानों को शहद, दही, नींबू का रस मिलाकर अच्छे से पीस लें. पीसे हुए पेस्ट को चेहरे पर तकरीबन 20-25 मिनट के लिए लगाएं, जब ये सूख जाए तो हल्के हाथों से मसाज करते हुए इसे छुड़ाएं. अगर ये ज्यादा सूख गया हो तो हाथ में हल्का का सरसों का तेल लें और लगा दे जिससे असानी से छूट जाएगा.

जानें होलिका दहन की कितनी बार करनी चाहिए परिक्रमा

सनातन धर्म में किसी भी देवी-देवता की पूजा करने के बाद उसकी परिक्रमा करने का विधान है. होलिका दहन की पूजा करने के बाद भी उसकी परिक्रमा जरूर करनी चाहिए. धार्मिक मान्यता के अनुसार होलिका दहन के समय उसकी सात परिक्रमा करने पर इंसान को जीवन से जुड़े सातों सुख की प्राप्ति होती है.

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होलिका दहन पर करें काली सरसों का अचूक उपाय

यदि आपको शत्रुओं से भय बना रहता है या फिर आपको कोई बड़ी चिंता ने परेशान कर रखा है तो उससे मुक्ति पाने के लिए होलिका दहन की रात काली सरसों, काला तिल, लौंग और सूखा नारियल को लेकर अपने सिर पर सात बार वार लें और उसके बाद उसे जलती हुई होलिका में डाल दें. ऐसा माना जाता है कि इस उपाय को करने पर जीवन से जुड़ी सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं.

जानें उबटन लगाने का महत्व

सरसों का उबटन चेहरे और हाथ-पैरों पर लगाने से त्वचा हेल्दी और चमकदार बन जाती है. सरसों की मदद से आप अपने चेहरे को स्क्रब कर सकती हैं, जिससे चेहरे पर जमा मैल साफ हो जाती है और इससे आपकी स्किन की डीप क्लीनिंग हो जाएगी. सरसों का उबटन त्वचा पर पड़ने वाली खतरनाक यूवी किरणों से भी बचाव करती है. इससे चेहरे पर ग्लो भी आता है. सरसों के उबटन लगाने से शरीर की कई परेशानियों से छुटकारा मिलता है. सरसों की मदद से ना सिर्फ स्किन को डीप क्लीन किया जा सकता है, बल्कि साथ में इससे त्वचा को हाइड्रेटेड रखा जाता है.

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