Kharmas 2025: हिंदू धर्म में खरमास का विशेष महत्व है, क्योंकि इस अवधि में किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्यों को करने से रोका जाता है. खरमास का समापन बहुत निकट है. इसे धनु संक्रांति के नाम से भी जाना जाता है, जब सूर्य देव बृहस्पति की राशि धनु में प्रवेश करते हैं. इसके पश्चात सभी प्रकार के मांगलिक कार्यक्रम आरंभ हो जाते हैं और चारों ओर शहनाइयां गूंजने लगती हैं.
जनवरी में खरमास का अंत कब होगा?
सूर्य देव 14 जनवरी को धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे, जिससे खरमास समाप्त हो जाएगा. इस प्रकार, जनवरी 2025 में खरमास 14 जनवरी को समाप्त होगा. इस दिन मकर संक्रांति का पर्व भी मनाया जाएगा. इसके अलावा, 14 जनवरी, मंगलवार को तड़के 3:19 बजे खरमास का अंत होगा और पुनर्वास नक्षत्र 10:27 बजे सुबह मकर संक्रांति के अवसर पर खिचड़ी का भोग लगाने के बाद सूर्य उत्तरायण हो जाएगा.
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क्यों लगता है खरमास
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, सूर्य देव प्रतिमाह राशि परिवर्तन करते हैं. जब सूर्य बृहस्पति की राशि में धनु और मीन राशि में प्रवेश करता है, तब खरमास की अवधि प्रारंभ होती है. यह ध्यान देने योग्य है कि मार्च के महीने में सूर्य मीन राशि में प्रवेश करते हैं, जिससे वर्ष का पहला खरमास आरंभ होता है. इसी प्रकार, वर्ष के दूसरे खरमास की शुरुआत धनु राशि में प्रवेश करने के बाद होती है.
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