Makar Sankranti 2022 Daan: मकर संक्रांति के दिन से ही सूर्य उत्तरायण होता है. मकर संक्रांति के दिन स्नान-दान का विशेष महत्व बताया गया है. ऐसी धार्मिक मान्यता है कि उत्तर दिशा में देवता और दक्षिण दिशा में दैत्यों का वास होता है. मकर संक्रांति के दिन से यानी 14 जनवरी से सूर्य उत्तरायण होते हैं और उसके बाद ही करीब एक महीने से बंद पड़े शुभ कार्य शुरू हो जाते हैं. वैदिक शास्त्रों के अनुसार, मकर राशि शनि देव के स्वामित्व वाली राशि है, ऐसे में ये माना जाता है कि इस दिन पिता सूर्य, अपने पुत्र शनि के घर में प्रवेश करते हैं, जहां पिता-पुत्र का मिलाप होता है. ऐसी मान्यता है कि मकर संक्रांति वाले स्नान, पूजा के बाद किसी जरूरतमंद, गरीब और ब्राह्मण को दान अवश्य करना चाहिए. जानें मकर संक्रांति के दिन किन चीजों का दान करना चाहिए.
मकर संक्रांति के तिल के दान का खास महत्व होता है. इस दिन ब्राह्माणों को तिल से बनी चीजों का दान करना पुण्यकारी माना जाता है. इसके अलावा इस दिन भगवान विष्णु, सूर्य और शनिदेव की भी तिल से पूजा की जाती है. ऐसी मान्यता है कि शनि देवता ने अपने क्रोधित पिता सूर्य देव की पूजा काले तिल से ही की थी जिससे सूर्य देव प्रसन्न हो गए थे. मकर संक्रांति तिल का दान करके शनि दोष को भी दूर किया जा सकता है.
मकर संक्रांति पर गरीब या जरूरतमंद को कंबल का दान करना भी शुभ माना जाता है. इससे आप राहु के अशुभ प्रभाव से भी दूर हो जाते हैं.
मकर संक्रांति वाले दिन गुड़ के दान को विशेष महत्व दिया गया है. कहते हैं कि इस दिन गुड़ दान करने से घर में दरिद्रता का नाश होता है. धन की कभी कमी महसूस नहीं होती है. ज्योतिष में गुड़ को गुरु की प्रिय वस्तु माना गया है और इस साल तो मकर संक्रांति भी गुरुवार को पड़ रही है. इस कारण गुड़ का दान करने का महत्व बढ़ जाता है.
मकर संक्रांति को खिचड़ी पर्व भी कहा जाता है. इस दिन खिचड़ी का दान करना बहुत शुभ होता है. किसी जरूरतमंद व्यक्ति को इस दिन चावल और उड़द की दाल की बनी खिचड़ी दान करें. मान्यता है कि उड़द का का दान करने से शनि दोष दूर होते हैं. वहीं चावल का दान करना फलदायी माना जाता है.
मकर संक्रांति पर घी के दान का महत्व और भी बढ़ जाता है. शुद्ध घी का दान करने से आपको करियर में लाभ के साथ सभी प्रकार की भौतिक सुविधाएं प्राप्त होती हैं और मोक्ष प्राप्ति का मार्ग भी प्रशस्त होता है.