Mulank 6 Personality Traits: मूलांक 06 का सम्बंध व्यक्ति के जन्मकुंडली के अनुसार होता है अगर किसी व्यक्ति के पास जन्मकुंडली नहीं हो उस अवस्था में आप जन्म के दिनांक के अनुसार जो मूलांक होता है, उसी अनुसार उनके जीवन पर प्रभाव पड़ता है. जिस व्यक्ति का जन्म 06 ,15 ,24 तारीख को होता है, उनका मूलांक 06 होता है मूलांक 06 के स्वामी शुक्र होता है.
शुक्र ग्रह सबसे चमकीला ग्रह है. यह दैत्यों के गुरु है इनका प्रभाव वृहस्पति जैसा ही रहता है, लेकिन शुक्र ग्रह स्त्री कारक ग्रह माना जाता है. यह प्रेम ,कला ,संगीत, ऐश्वर्य तथा वाहन, संपत्ति के स्वामी होते है. इनके कारण व्यक्ति में काम वासना बढ़ जाता है, इसलिए मूलांक 06 वाले के पास काम वासना ज्यादा रहता है. यह लोग बहुत मिलनसार होते है. अपने घर के अन्दर को खूब अच्छी तरह से सजा कर रखते है. इन्हें साफ सफाई बहुत ज्यादा पसंद है शुक्र यह वृष तथा तुला राशि के स्वामी है.
मूलांक 6 वालों का गुण
मूलांक 06 वाले लोग अपने आप को व्यवस्थित स्थित रखते है. ज्यादा सुन्दर बने रहते है. नए नए कपड़े पहनने का शौक रहता है. हमेशा सज -धज कर रहते है .बाहर घूमने का हमेशा प्रयत्न रहता है. ऐसे लोग अपने सभी कार्य ठीक ढंग से करते है. प्रयास करते है कि सभी कार्य ठीक तरह से करें. जब तक पूरा काम नहीं होता है चैन से नहीं बैठते है.
फूलो से प्यार होता है अपने घर को हमेशा फूलो से कलात्मक चित्रों से, पेंटिंग इत्यादि से सजाकर रखते है घर के परदे, सोफे चादर, तकिया इत्यादि साफ -सुथरा चमकते हुए रखते है. इनमे में गजब का आकर्षण होता है इसलिए ज्यादा से ज्यादा लोग आपसे दोस्ती करने को लालायित रहते है .
आपका झुकाव स्त्रियों के साथ ज्यादा रहता है आपके चेहरे के खिली मुस्कराहट हर समय देखने को मिलती है आपके चेहरे पर निराशा ,परेशानी ,झुंझलाहट नहीं दिखाई देता है .
शुक्र भोग विलास के कारक ग्रह होने के कारण आप हमेशा किसी नशे के आदि हो जाते है और नशे में पर स्त्री के साथ दिल दे बैठते है. आपके वैवाहिक जीवन में कड़वाहट ज्यादा रहता है.
अस्वभाव चंचल होने के कारण किसी एक विषय को ज्यादा समय तक चिंतन नहीं कर पाते है एक स्थान से ज्यादा समय तक नहीं बैठ पाते है ,एक कार्य को ज्यादा समय तक नहीं कर सकते है.
वैवाहिक जीवन में काफी अड़चन आती है क्योंकि पत्नी के होते हुए भी आपके अन्य स्त्री से सम्बन्ध होते है. वास्तव में मूलांक 06 वाले व्यक्ति चाहे स्त्री हो या पुरुष अन्य पुरुष या प्रेमिका के बिना नहीं रह सकते है. हालांकी इस प्रकार के व्यक्ति दूसरे के भावना को सम्मान करते है, परन्तु फिर भी अपने आप में कुछ ऐसे कमी महसूस करते है. जिसकी वजह से इनका मन अशांत रहता है. मन में हमेशा शंसय बना रहता है और दाम्पत्य जीवन में कोई ऐसी कोई गांठ पड़ी रहती है.
शुभ समय
आपके लिए 13 मई से 14 जून तक का समय शुभ होता है.
अशुभ समय
आपके लिए 23 अगस्त से 22 सितम्बर तक का समय शुभ नहीं होता है .किसी भी नया कार्य के शुरूआत इस समय नहीं करें.
शुभ दिन
नया कार्य आरंभ करने के लिए मंगलवार गुरुवार तथा शुक्रवार आपके लिए शुभ होता है .
प्रेम विवाह
जिन महिलाये का जन्म 3, 6,9,12,15,18,21,24,30 तारीख की या 21 अप्रैल से 20 मई तक जन्म हुआ है. 23 सितम्बर से 23 अक्तूबर के बीच हुआ हो उनसे आपके प्रेम तथा वैवाहिक जीवन शुभ होता है.
शुभ वाहन
कोई भी नया या पूराना वाहन की खरीदारी करते समय आप एस बात को ध्यान रखना है, उसका मूलांक 03,06,09 हो आप लम्बी यात्रा में कही जा रहे हो ऐसे वाहन में ही यात्रा करें.
दोस्ती
आपको उन्ही लोग से साथ दोस्ती या मित्रता करना सही होता है या उन्ही लोग के साथ व्योपार साझे में कर सकते है जिनका जन्म महीने के,3 6,9,12,15,18,21,24,30 तारीख की या 21 अप्रेल से 20 मई तक जन्म हुआ है 23 सितम्बर से 23 अक्तूबर के बिच हुआ हो.
निवास तथा दिशा
आपको निवास स्थान ऐसा चुनना चाहिए. जी अग्नि कोण दिशा में हो या जिनका मूलांक 03,06,तथा 09 हो भवन का रंग फर्नीचर का रंग हल्का नीला ,आसमानी हो सबसे उतम माना जाता है.
रत्न
आपके लिए शुभ रत्न हीरा होता है. अगर आप हीरा नहीं खरीदते है उस स्थति में आप ओपल सफेद जरकन धारण करें.
शुक्र शांति के उपाय
जन्म या वर्ष कुंडली में शुक्र अशुभ हो शुक्र के मंत्र का जप करना चाहिए तथा दान योग्य वस्तुएं जैसे चावल ,सोना दूध ,दही सफेद चंदन , सफेद वस्त्र ,सुगन्धित वस्तुओं का दान करने से शुक्र के अशुभ प्रभाव कम हो जाता है .
जन्मकुंडली, वास्तु, तथा व्रत त्यौहार से सम्बंधित किसी भी तरह से जानकारी प्राप्त करने हेतु दिए गए नंबर पर फोन करके जानकारी प्राप्त कर सकते है .
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
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