राउरकेला (ओड़िशा), मुकेश सिन्हा. एफआइएच मेन्स हॉकी वर्ल्ड कप -2023 को शुरू होने में अब दो दिन शेष बचे हैं. 13 जनवरी से 16 टीमों के बीच वर्ल्ड कप चैंपियन बनने के लिए जबरदस्त जंग शुरू होगी. विश्व कप के सभी मैच ओड़िशा के दो शहरों भुवनेश्वर और राउरकेला में खेले जायेंगे. टूर्नामेंट का फाइनल मैच 29 जनवरी को खेला जायेगा.
1982, 2010 और 2018 में भारत ने की हॉकी वर्ल्ड कप की मेजबानी
दुनिया के सबसे बड़े हॉकी इवेंट की मेजबानी भारत ने सबसे ज्यादा चार बार की है. वर्ष 1982, 2010 और 2018 में भारत हॉकी विश्व कप टूर्नामेंट की मेजबानी कर चुका है. वर्ष 2023 में इस प्रतिष्ठित खेल के आयोजन की जिम्मेदारी भी भारत को मिली है. कुल मिलाकर यह चौथा मौका है, जब भारत में हॉकी का वर्ल्ड कप खेला जाने वाला है.
वर्ल्ड कप में क्वालिफाई नहीं कर पाया पाकिस्तान
हॉकी वर्ल्ड कप का खिताब सबसे ज्यादा पाकिस्तान ने जीता है. चार बार वर्ल्ड चैंपियन रह चुका पाकिस्तान इस बार वर्ल्ड कप से बाहर है. सबसे बड़ी बात यह है कि वर्ष 2014 के बाद से पाकिस्तान की टीम वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई तक नहीं कर पायी है.
ओलिंपिक पदक विजेता के तौर पर वर्ल्ड कप में खेलेगा भारत
वर्ष 1982 के बाद पहली बार भारतीय टीम ओलिंपिक पदक विजेता के रूप में हॉकी विश्व कप में उतरेगी. टोक्यो ओलिंपिक 2020 में भारतीय टीम ने कांस्य पदक जीतकर वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई किया है.
भारत ने पाकिस्तान को हराकर जीता है एकमात्र विश्वकप
भारत ने अब तक केवल एक बार हॉकी विश्व कप का खिताब जीता है. वर्ष 1975 में भारतीय टीम ने फाइनल में पाकिस्तान को हराकर वर्ल्ड कप ट्राॅफी पर कब्जा जमाया था.
पहला वर्ल्ड कप खेलेंगी वेल्स व चिली की टीमें
वेल्स और चिली की टीमें पहली बार हॉकी का वर्ल्ड कप खेलेंगी. वर्ष 1971 में वर्ल्ड कप शुरू होने के बाद इन दोनों टीमों ने वर्ष 2023 के वर्ल्ड कप में डेब्यू किया है.
अर्जेंटीना के दो खिलाड़ी इस बार दूसरे देशों के लिए खेलेंगे
वर्ष 2014 और वर्ष 2018 में हॉकी विश्व कप में अर्जेंटीना के लिए खेलने वाले दो खिलाड़ी इस वर्ल्ड कप में दूसरे देशों की जर्सी में खेलते नजर आयेंगे. इनके नाम गोंजालो पाइलट और जोकुन मेनिनी हैं. गोंजालो पाइलट इस बार जर्मनी के लिए खेलेंगे जबकि जोकुन मेनिनी स्पेन की टीम का हिस्सा होंगे.