सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तालझारी में दस माह से 108 एंबुलेंस सेवा पूरी तरह से बंद है. इस कारण लोगों को सड़क दुर्घटना में घायलों समुदाय स्वास्थ्य केंद्र या सदर अस्पताल ले जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. लोग निजी खर्च पर वहनों को जुगाड़ कर हॉस्पिटल जाने को मजबूर हैं. जानकारी के अनुसार वर्ष 2019 में महाराजपुर से शर्मापुर् मुख्य पथ निर्माण के बाद वाहनों की आवाजाही काफी बढ़ी है. इन क्षेत्रों में सड़क दुर्घटना के भी ग्राफ बढ़े हैं. सड़क दुर्घटना में घायलों को इलाज के लिए समुदाय स्वास्थ्य केंद्र हो या सदर अस्पताल साहिबगंज ले जाने में 108 एंबुलेंस बहुत ही मददगार साबित हुआ. परंतु दिसंबर से 108 एंबुलेंस सेवा पूरी तरह से बंद है. तालझारी के लोगों के लिए सड़क सुरक्षा दूत कहे जाने वाले प्रजापति प्रकाश बाबा ने बताया कि इस दस माह में करीब दो दर्जन से अधिक लोग सडक दुर्घटना में घायल हुए हैं. 108 एंबुलेंस सेवा बंद रहने के कारण बहुत ही मशक्कत से वाहन जुगाड़ कर घायलों को सीएचसी भेजा जाता है. कहा कि सड़क दुर्घटना का कारण तीव्र गति से वाहनों को चलाना, शराब का सेवन कर वाहनों को चलाना, घुमावदार मोड़ रहना भी है.
साहेबगंज जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में इनदिनों मौसमी बीमारियों के अलावा डायरिया व वायरल फीवर के मरीज बढ़ गये. इससे सदर अस्पताल के इंडोर में मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. अस्पताल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सदर अस्पताल में इलाज के लिए पेट दर्द, कै-दस्त, वायरल फीवर, डायरिया रोग समेत अन्य बीमारी से पीड़ित मरीज इलाज के लिए भर्ती है. आंकड़ों पर गौर करें तो प्रतिदिन सदर अस्पताल के इंडोर में इलाज कराने पहुंचने वाले मरीजों की संख्या 40- 50 है. अस्पताल के सभी वार्डों का बेड मरीजों से भरा पड़ा है. इस संबंध में सदर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ मोहन मुर्मू ने बताया कि निश्चित तौर पर वर्तमान समय में सदर अस्पताल में डायरिया, पेट दर्द, उल्टी वायरल फीवर, सर्दी-खांसी समेत लूज मोशन के मरीज अधिक मात्रा में आ रहे हैं. सभी का इलाज सदर अस्पताल में चिकित्सक द्वारा किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ऐसे मौसम में लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है.
लोग को हमेशा घर का बना ताजा खाना और गर्म खाना ही खाना चाहिए. अगर जरूरत पड़े तो साफ सुथरी जगह से ही खाने-पीने की चीजों को खाएं. मगर खाना गर्म हो. इसका विशेष ध्यान रखना चाहिए. इसके अलावा ठंडी वस्तुएं खाने से परहेज करें, खाने के सभी सामान को ढककर रखें ताकि मक्खी या मच्छर खाने पर ना आये. सर्दी-खांसी होने पर या तबीयत बिगड़ने पर तुरंत ही नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर चिकित्सक की सलाह से ही दवाइयों का सेवन करना चाहिए. वहीं, सिविल सर्जन डाॅ अरविंद कुमार ने कहा कि सदर अस्पताल पहुंचे सभी मरीजों का इलाज चिकित्सकों द्वारा किया जा रहा है. साथ ही सदर अस्पताल में उपलब्ध दवा भी मरीजों को उपलब्ध करायी जा रही है.
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