Jharkhand News: पूर्वी सिंहभूम जिला अंतर्गत दलदली पंचायत के ईटामाड़ा गांव में 20 हाथियों के झुंड ने जमकर उत्पात मचाया. ईटामाड़ा स्कूल टोला के अंतिम छोर पर एक घर को एक घंटा तक घेरकर नुकसान पहुंचाते रहे. हाथी भोजन की तलाश में थे. हाथियों ने घर की छावनी पर लगे नये पुआल को खींचकर खाया और नुकसान पहुंचाया. एक दरवाजे वाले घर में सिधु किस्कू और उसकी पत्नी रायमुनी किस्कू हाथियों के डर से अंदर दुबके रहे. घर के अंदर से ग्रामीणों को फोन किया. सूचना पाकर ग्राम प्रधान इंद्रजीत किस्कू समेत ग्रामीण पहुंचे. टॉर्च लाइट जलाकर और पटाखों से हाथियों को माचाबेड़ा की ओर खदेड़ा. हाथियों के डर से घर के बाहर बंधे दो बैल खूंटा तोड़कर भाग गये. हाथियों ने इंद्रजीत किस्कू के खेत में लगी सब्जी और आम बागवानी को भी नष्ट कर दिया.
हाथी भगाने की सामग्री नहीं मिलने से ग्रामीणों में नाराजगी
हाथी भगाने की सामग्री मसलन बड़ा टॉर्च, जला मोबिल, पटाखा, मशाल वन विभाग से नहीं मिलने पर ग्रामीणों ने नाराजगी जतायी. ग्राम प्रधान इंद्रजीत किस्कू ने कहा कि पहाड़ किनारे गांव है. हाथियों भगाने के लिए वन विभाग समय पर सामग्री नहीं देता. इससे हमें परेशानी होती है. घटना की सूचना पाकर सुबह में वनरक्षी संतोष कुमार गांव पहुंचे. चार पैकेट पटाखा ग्रामीणों को दिया. उन्होंने कहा कि जल्द टॉर्च, मोबिल आदि सामग्री दी जायेगी. वनरक्षी ने क्षति का आकलन किया और प्रभावित को मुआवजा फॉर्म दिया. उचित मुआवजा मिलेगा.
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सीमावर्ती गांवों में दहशत, सुबह तक माचाबेड़ा में जमा था हाथियों का झुंड
सीमावर्ती गांवों में जंगली हाथियों के पहुंचने से दहशत है. सोमवार की सुबह दलदली पंचायत के माचाबेड़ा के पास हाथियों का झुंड शरणागत है. सुबह हाथी जंगल की ओर चले गये. ग्रामीणों ने कहा कि शाम ढलते फिर हाथियों का झुंड किसी गांव में घुसेगा. दलदली, बाघुड़िया पंचायत के सीमावर्ती गांवों के लोग हाथियों के झुंड पहुंचने से अलर्ट हो गये हैं. सोमवार भोर में बाघुड़िया के नरसिंहपुर में महुआ चुन रहीं महिलाएं हाथी को देख भाग गयीं.