Jharkhand News, जादूगोड़ा न्यूज (रंजन कुमार) : जादूगोड़ा मोड़ से लेकर ईचड़ा गांव होते हुए पंचायत मंडप तक लगभग डेढ़ किलोमीटर पक्की सड़क का निर्माण तीन महीने में 50 लाख की लागत से किया जाएगा. यूसिल के सीएसआर फंड से इसका निर्माण किया जायेगा. इससे लोगों को जर्जर सड़क से मुक्ति मिलेगी. इसी आलोक में बुधवार को सांसद विद्युत वरण महतो, जिला परिषद अध्यक्ष बुलूरानी सिंह, जिप उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह समेत पदाधिकारियों ने जर्जर सड़क का निरीक्षण किया.
निरीक्षण के बाद यूसिल के गेस्ट हाउस में बैठक कर यह जानकारी दी गयी कि यूसिल प्रबंधन द्वारा तीन महीने के अंदर 50 लाख की लागत से इस सड़क का निर्माण करवाया जाएगा. जब तक यह सड़क का निर्माण नहीं हो जाता तब तक इस सड़क के गड्ढे को भर कर ग्रामीणों के आने जाने लायक कर दिया जाएगा. जिला परिषद अध्यक्ष बुलूरानी सिंह व राजकुमार सिंह द्वारा विस्थापित एवं प्रभावित गांव के रोजगार व ग्रामीणों को सुविधा दिए जाने का मुद्दा उठाया. साथ ही सीएसआर फंड में यूसिल द्वारा अपने 2018 एवं 19 की वार्षिक रिपोर्ट में कदमा एवं मुर्गाघुट गांव में सामुदायिक भवन एवं डोमजूड़ी में फुटबॉल गैलरी बनवाने की बात कही गयी थी, लेकिन धरातल में कुछ नहीं बना है.
इस मुद्दे पर यूसिल प्रबंधन ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि वार्षिक रिपोर्ट में छपने में कुछ त्रुटि हो गई थी. हिंदी की रिपोर्ट में यह छप गया था कि हां निर्माण हो गया है, लेकिन अंग्रेजी के रिपोर्ट में यह स्पष्ट कर दिया गया था कि इसमें निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हुआ है. रिपोर्ट के छपने में त्रुटि के कारण लोगों को समझने में गलती हुई है. जल्द ही पुनः टेंडर निकाल कर इसका निर्माण कराया जाएगा.
जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि यूसिल सीएमडी, महाप्रबंधक कार्मिक के साथ विगत तीन माह पहले बैठक की गयी थी. जिसमें ईचड़ा गांव की जर्जर सड़क निर्माण को लेकर कहा गया था और पत्र भी सौंपा गया था. साथ ही डेढ़ साल पूर्व बागजाता माइंस जाने वाली जर्जर सड़क निर्माण को लेकर भी कहा गया था. जिसमें दोनों सड़क की स्वीकृति मिल गई है. सांसद श्री महतो ने कहा कि ईचड़ा सड़क निर्माण कार्य की लागत लगभग 50 लाख रूपये है जिसका निर्माण कार्य यूसिल के सीएसआर फंड से होगा और इसे बनाने में तीन माह का समय लगेगा. तब तक वर्तमान स्थिती को देखते हुए ग्रामीणों को आवागमन में कोई परेशानी ना हो इसके लिए स्लैक गिराकर चलने योग्य बनाया जाएगा. वहीं बागजाता माइंस जाने वाली सड़क निर्माण कार्य की लागत लगभग चार करोड़ रूपये की है जिसमें 4.65 किलोमीटर सड़क निर्माण होगा, जिसे बनाने में 6 माह का समय लगेगा. इस सड़क को भी स्लैक गिराकर चलने योग्य बनाया जाएगा.
उपायुक्त सूरज कुमार द्वारा यूसिल प्रबंधन को निर्देश दिया गया है कि आने वाली कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए यूसिल अस्पताल में एक सौ बेड का आकस्मिक बेड 10 अगस्त तक बनाया जाए. यूसिल प्रबंधन को पैरा मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति में जिला प्रशासन द्वारा मदद किया जाएगा. किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी.
बीते कई वर्षों से ईचड़ा सड़क की स्थिति काफी दयनीय थी. वर्षा के दिनों में जगह-जगह में गड्ढों में पानी एवं सड़क में मिट्टी जम जाने के कारण आये दिन कोई न कोई गिरकर घायल हो जाते थे. इसको ध्यान में रखते हुए समाजसेवी द्वारा मुरूम डालकर कुछ दिनों के लिए सड़क ठीक कर दिया जाता था. परंतु दो-चार दिनों के अंतराल पर सड़क की स्थिति ज्यों की त्यों हो जाती थी. इससे लोग परेशान हैं.
Posted By : Guru Swarup Mishra