Jharkhand news: पश्चिमी सिंहभूम जिले के टोंटो प्रखंड स्थित सेरेंगसिया के फुटबॉल मैदान में शुक्रवार को आपके अधिकार, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सेरेंगेसिया के वीर शहीद पोटो हो के शहीद स्थल पर शहीदों को नमन व श्रद्धांजलि अर्पित कर की. साथ ही सेरेंगेसिया के वीर शहीद पोटो हो के बंशज के 13 लोगों को सम्मानित भी किया.
इस दौरान सीएम श्री सोरेन ने जहां 7 करोड़ 78 लाख 90 हजार 743 रुपये की लागत से 16 योजनाओं का शिलान्यास किया, वहीं शिलापट्ट का अनावरण कर एक करोड़ 8 लाख 66 हजार 373 रुपये की लागत से निर्मित 2 योजनाओं का लोकार्पण भी किया. इस दौरान सीएम ने कहा कि राज्य में पिछले 20 साल से नौकरी के लिये कोई कानून नहीं बना था. अब नियुक्ति की नियमावली बन रही है.
उन्होंने कहा कि अब पेंशन के लिए विधवा और बुजुर्ग आदि को प्रखंड और जिला कार्यालय का चक्का नहीं लगाना पड़ेगा. विधवा, बुजुर्ग व दिव्यांग भी अब सम्मान से जियें, इसके लिए कानून बनाया गया है. अब उन्हें पंचायत में ही पेंशन मिलेगा. उनकी हर समस्याओं का समाधान अपने ही पंचायत में हो जायेगा.
Also Read: विश्व दिव्यांग दिवस: लोहरदगा के करीब 3600 दिव्यांगजनों को मिल रही पेंशन, जानें झारखंड में इनकी संख्यासीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य सरकार आपके साथ खड़ा होना चाहती है. इसके लिए आपको भी अपना हाथ आगे करना होगा. अब ग्रामीणों को चावल, दाल आदि बेचने के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है. सखी मंडल के स्तर से आपके उत्पाद को बेच सकेंगे. इस अनाज को जेल व स्कूल आदि वैसे जगहों पर लगायेंगे जहां इसकी खपत होती है. कहा कि आप मुर्गीपालन फॉर्म खोलें. इससे जो अंडे का उत्पादन होगा, उसका एग्रीमेंट डीसी करेंगे व सरकार इस उत्पाद को खरीदेगी. इसके लिए कहीं जाने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी. लोग मछली पालन भी कर सकते हैं. अभी मछलियां दूसरे राज्य से आती है, जबकि अपने यहां नाला व डैम आदि की कमी नहीं है.
उन्होंने कहा कि सिपाही बहाली में वैसे लोगों को ही प्राथमिकी मिलेगी, जो शारीरिक रूप से मजबूत होंगे. कहा कि परंपरागत व्यवस्था को छोड़ने के कारण हमलोग गरीब होते जा रहे हैं. एक समय था, जब घर में गाय, बकरी, मुर्गा-मुर्गी आदि भरा रहता था, लेकिन अब वह सब नहीं के बराबर है. यही वजह है कि राज्य में 40% से ज्यादा बच्चे कमजोर पैदा होते हैं. लिहाजा सरकार उस व्यवस्था को फिर से खड़ा करेगी. इससे आनेवाली पढ़ी भी मजबूत होगी और लोगों के आय के साधन भी बढ़ेंगे.
सीएम श्री सोरेन ने कहा कि केवल नौकरी से ही पैसे नहीं कमायी जा सकती, बल्कि काम कर भी कमायी जा सकती है. इसके लिए हाथ को हुनरमंद बनाना होगा. यदि हाथ में हुनर होंगे, तो भूखे नहीं रहना पड़ेगा. लिहाजा राज्य सरकार हुनर तराशने का काम भी कर रही है. कहा कि हमारी प्राथमिकता में ग्रामीण, किसान व मजदूर हैं. कोरोना वायरस संक्रमण के एक-डेढ़ साल के बाद हमलोगों ने चलना शुरू किया है. अब नौजवानों को नौकरी, परिसंपत्ति, पशुधन आदि का लाभ दिया जा रहा है. राज्य में गरीब बहुत हैं. उन तक सरकार की नजरें जा रही है.
Also Read: हेमंत सोरेन सरकार ने शुरू की कार्रवाई, अधूरा पुल निर्माण को लेकर 12 इंजीनियरों से वसूले जायेंगे 46 लाख रुपयेइस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री जोबा मांझी, पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा, विधायक सोना राम सिंकू, विधायक दशरथ गगराई, विधायक निरल पुरती, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, कोल्हान के प्रमंडल आयुक्त मनोज कुमार, डीसी अनन्य मित्तल, एसपी अजय लिंडा, अपर उपायुक्त संतोष कुमार सिन्हा समेत अन्य उपस्थित थे.
Posted By: Samir Ranjan.