सिवान: जिले के बसंतपुर थाना क्षेत्र के कथित रूप से अपहृत गोपालगंज जिला निवासी सेना के सूबेदार को छपरा के भगवान बाजार थाना क्षेत्र से सकुशल बरामद कर लिया गया है. प्रमंडल के तीनों जिले से जुड़ा होने के कारण यह मामला काफी चर्चित हो गया था. बसंतपुर थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने बताया कि लगातार मोबाइल का लोकेशन सारण जिले का ही मिल रहा था. जिस जगह से बरामदगी हुई वहां पहले भी पुलिस लोकेशन के आधार पर पहुंच चुकी थी, लेकिन वह छिप गया. थानाध्यक्ष ने बताया कि वह अपने परिजनों से बात कर मोबाइल को स्विच ऑफ कर ले रहा था. इससे बरामदगी में देरी हुई. जैसे ही उसका लोकेशन भगवान बाजार थाना क्षेत्र का मिला तत्काल वहां की पुलिस से संपर्क साधा गया. बसंतपुर व भगवान बाजार थाने की पुलिस ने उसे बरामद कर लिया. हालांकि इस दौरान उसने भागने की भी कोशिश की. ऐसे में इस बात का कयास लगाया जा रहा है कि अगर उसका वाकई अपहरण किया गया था, तो पुलिस को देख वह भाग क्यों रहा था. पुलिस ने बरामदगी के बाद रविवार को उसकी मेडिकल जांच करायी. थानाध्यक्ष ने बताया कि सोमवार को उसे 164 के बयान के लिए कोर्ट में पेश किया जायेगा.
सेना के सूबेदार गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के चमनपुरा निवासी स्व श्रीचरण पांडेय के पुत्र उमेश पांडेय के अपहरण की प्राथमिकी उनके भाई संजय कुमार पांडेय ने बसंतपुर थाने में दर्ज कराते हुए लकड़ी नबीगंज ओपी क्षेत्र के पड़ौली निवासी दो लोगों को आरोपी बनाया था. मामले में कांड संख्या 159/23 दर्ज कर बसंतपुर पुलिस मामले की छानबीन में जुट गयी थी. इसी बीच चर्चा हुई कि फिरौती के लिए आठ लाख रुपयों की मांग की गयी है. पुलिस आधुनिक तकनीक से पूरे मामले की जांच में जुटी है. थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने बताया कि जल्द ही पूरे मामले का खुलासा कर लिया जायेगा.
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सेना का सूबेदार उमेश पांडेय बेटे मोहित पांडेय की शादी को लेकर राजस्थान से गांव आया है. इसी बीच यह मामला हो गया. मामला उस समय और विवादास्पद हो गया, जब बसंतपुर में एफआइआर दर्ज होने के बाद सूबेदार के बेटे ने अपने ही घरवालों पर अपहरण की आशंका जता दी. पुलिस ने तत्काल दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की. लेकिन उनकी कोई संलिप्तता नहीं मिलने पर छोड़ भी दिया. फिलहाल बरामदगी के बाद सभी ने चैन की सांस ली है. यहां बता दें कि पड़ौली गांव के दो लोगों पर एफआइआर के बाद से ही क्षेत्र में यह चर्चा शुरू हो गयी थी कि दाल में कुछ न कुछ काला जरूर है.