BGT2024-25: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए निकलने से पहले गौतम गंभीर ने प्रेस कांफ्रेंस की. प्रेस कांफ्रेंस के बाद भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने गौतम गंभीर पर अप्रत्याशित रूप से तीखा हमला किया. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि भारतीय मुख्य कोच के पास प्रेस से बातचीत करते समय ‘सही आचरण और शब्दों’ का अभाव है. मांजरेकर ने बीसीसीआई से गंभीर को मीडिया से बात करने की जिम्मेदारियों से दूर रखने का आग्रह किया.
मांजरेकर की यह टिप्पणी गौतम गंभीर की प्रेस कॉन्फ्रेंस के कुछ घंटों बाद आई है. अपनी बेबाकी के लिए पहचाने जाने वाले गंभीर ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले विराट कोहली और रोहित शर्मा के फॉर्म, कोहली पर रिकी पोंटिंग की टिप्पणी, भारतीय टीम में बदलाव का दौर और ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम संयोजन पर सवालों के जवाब दिए. गंभीर से भारत की 12 साल में घरेलू मैदान पर पहली टेस्ट सीरीज हार के मद्देनजर कई तीखे सवाल पूछे गए. भारत को सीरीज में हार के परिणामस्वरूप डब्ल्यूटीसी फाइनल में जगह बनाने की राह मुश्किल हो गई है.
मांजरेकर ने ‘एक्स’ पर लिखा कि मैंने अभी-अभी गंभीर को प्रेस कॉन्फ्रेंस में देखा. बीसीसीआई के लिए उन्हें इस तरह की जिम्मेदारियों से दूर रखना समझदारी होगी, उन्हें पर्दे के पीछे से काम करने देना चाहिए. मांजरेकर ने आगे कहा कि गंभीर पास बातचीत करते समय ना तो सही व्यवहार है और न ही सही शब्द. उन्होंने सुझाव दिया कि कप्तान रोहित शर्मा और चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर मीडिया को संभालने के लिए बेहतर होंगे.
हालांकि मांजरेकर ने अपने ट्वीट में यह स्पष्ट नहीं किया कि उन्हें गंभीर की प्रेस कॉन्फ्रेंस का कौन सा हिस्सा आपत्तिजनक लगा. मांजरेकर इससे पहले विराट कोहली और पोलार्ड के ऊपर टिप्पणी कर चुके हैं. 2019 में रवींद्र जडेजा को ‘बिट्स एंड पीसेज प्लेयर’ यानि आधा बल्लेबाज और आधा गेंदबाज कह कर काफी सुर्खियों में आए थे. जडेजा ने भी इस पर जवाब देते हुए कहा कि मैंने आपसे दोगुने मैच खेले हैं. लोगों का सम्मान करना सीखिए. मैंने आपके वर्बल डायरिया को बहुत सुन लिया.