भारत की मेजबानी में खेली जा रही विश्व कप 2023 मैच अब अपने चरम पर है. विश्व कप मुकाबले में आधे से अधिक मैच हो चुके हैं. भारतीय टीम ने अभी तक कुल पांच मुकाबले खेले हैं और सभी मुकाबलों में जीत दर्ज की है. वहीं दूसरी तरफ 26 अक्टूबर को खेले गए इंग्लैंड बनाम श्रीलंका बनाम इंग्लैंड मुकाबले में श्रीलंकाई टीम ने गत विजेता इंग्लैंड को मात दे दी है. श्रीलंका ने इंग्लैंड को यहां 156 रन पर ढेर करने के बाद आठ विकेट से जीत दर्ज की. टीम की पांच मैच में यह दूसरी जीत है. जीत के बाद श्रीलंकाई टीम का मनोबल बढ़ा हुआ दिखा. टीम का मानना है कि यदि यहां से वो सारे मैच जीत जाते हैं तो टीम सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर सकती है.
मेंडिस ने पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान कहा, ‘नेट रन रेट में सुधार हमारे लिए काफी अच्छा है. शुरुआती कुछ ओवरों में हमने काफी अच्छा किया और फिर इसे जारी रखा. सभी ने आज काफी अच्छा प्रदर्शन किया. हमें चार मैच और खेलने हैं, मुझे लगता है कि अगर हम एकजुट होकर इस तरह का प्रदर्शन और कर पाएं तो हमारे पास सेमीफाइनल में जगह बनाने का मौका होगा.’
लाहिरू कुमारा और वापसी कर रहे एंजेलो मैथ्यूज ने 1996 के चैंपियन श्रीलंका के लिए मिलकर पांच विकेट चटकाए. मेंडिस ने कहा ‘उसे (कुमारा) अपनी भूमिका पता है। वह हमारा मुख्य तेज गेंदबाजी हथियार है और उसने आज शानदार गेंदबाजी करके मैच को नियंत्रित किया.’ उन्होंने कहा, ‘वह (मैथ्यूज) इतना अधिक अनुभवी है. वह बीच के ओवरों में काफी मदद करता है। वह बल्लेबाजी और गेंदबाजी कर सकता है. वह खेल का लुत्फ भी उठाता है. वह जानता है कि दबाव की स्थिति से कैसे निपटना है, इसलिए उसका होना अच्छा है. आज क्षेत्ररक्षण भी शानदार रहा. हमें अगले कुछ मैचों में भी ऐसा ही करना होगा.’
इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने स्वीकार किया कि टूर्नामेंट उनके लिए बेहद निराशाजनक रहा है. टीम तालिका में 10 टीम के बीच नौवें स्थान पर चल रही है. बटलर ने कहा, ‘यह बेहद कड़ा और निराशाजनक टूर्नामेंट रहा है. मैं स्वयं से और सभी खिलाड़ी निराश हैं कि वे उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए. इस समय इसका कोई स्पष्ट जवाब नहीं है.’ बटलर को यह स्वीकार करने में कोई दिक्कत नहीं है कि वह आगे बढ़कर अगुआई करने में विफल रहे. लेकिन उनके साथी खिलाड़ी भी नाकाम रहे. उन्होंने कहा, ‘हमारे पास काफी अनुभवी क्रिकेटर हैं, आत्मविश्वास से भरे. आप रातों रात खराब खिलाड़ी नहीं बन जाते, आप रातों रात खराब टीम नहीं बन जाते.’ बटलर ने कहा,’मुझे लगता है कि यही सबसे बड़ी हताशा है कि हम अब तक अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता के अनुसार नहीं खेल पाए और इसका कोई स्पष्ट कारण नहीं है. इस समय किसी पर अंगुली नहीं उठाया जा सकता.’