IND vs AUS: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच में भारत ने पहली पारी में नीतीश कुमार रेड्डी के शानदार शतक की बदौलत 369 रन स्कोर बोर्ड पर टांग दिए. दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया बैटिंग करने उतरी तो उसके पास 105 रनों की लीड थी. पहली पारी में ऑस्ट्रेलियाई पारी के हीरो रहे डेब्यू कर रहे सैम कोंस्टास से फिर उसी तरह की पारी की उम्मीद थी, लेकिन इस बार बुमराह की शानदार गेंद के आगे कोंस्टास के पास कोई जवाब नहीं था. बुमराह की दनदनाती हुई गेंद सीधे उनकी गिल्लियां उड़ाते हुए चली गई.
पहली पारी में कोंस्टास ने उनकी गेंदों पर दो छक्के लगाकर बुमराह को सीधा चैलेंज करने की कोशिश की थी. लेकिन इस बार बुमराह ने कोई गलती नहीं की. 139.7 किमी/घंटा की रफ्तार से ऑफसाइड ऑफ स्टंप की गेंद ने विकेट उखाड़ दिया. इस विकेट के बाद बुमराह ने दर्शकों की तरफ इशारा कर शोर मचाने को भी कहा, क्योंकि कोंस्टास भारतीय पारी के दौरान दर्शकों को काफी इंटरटेन कर रहे थे. कोंस्टास ने पहली पारी में 60 रन बनाए थे, लेकिन इस बार वे केवल 8 रन बनाकर बुमराह का शिकार बने. जसप्रीत का यह इस मैच में पांचवां और इस सीरीज में कुल 26 वां विकेट है.
उसको 6-7 बार आउट कर सकता था
जसप्रीत बुमराह आम तौर पर अपनी गेंदबाजी में बिल्कुल शांत रहते हैं. लेकिन इस मैच में विकेट लेने के बाद बुमराह ने भी जमकर सेलीब्रेट किया. पहली पारी में कोंस्टास ने बुमराह की गेदों पर टी20 स्टाइल में बैटिंग की थी. बुमराह भी इस बात पर खासे अचंभित थे. उन्होंने मैच का दूसरा दिन खत्म होने के बाद बात करते हुए कहा था कि वे सैम कोंस्टास को 6-7 बार आउट कर सकता था और अब बुमराह ने जो बोला वह करके भी दिखा दिया है. बुमराह ने कहा था, “मैंने 12 साल से ज्यादा समय से टी20 क्रिकेट खेला है और इसका अच्छा खूब एक्सीपीरिएंस है. कोंस्टास एक इंट्रेस्टिंग बल्लेबाज हैं, लेकिन मुझे इस मैच में कभी लगा नहीं कि मैं उसका विकेट जल्द नहीं ले सकता. शुरूआत में मुझे लगा कि पहले 2 ओवर में उसे 6-7 बार आउट कर सकता हूं, लेकिन क्रिकेट का खेल ऐसा ही होता है. कई बार विकेट मिल जाती है और कई बार नहीं मिलती और जब नहीं मिलती तो लोग उसी व्यक्ति की आलोचना करते हैं.”
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथा टेस्ट मैच एमसीजी के ऐतिहासिक ग्राउंड पर खेला जा रहा है. ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में स्टीव स्मिथ के रिकॉर्ड शतक की बदौलत 474 रन बनाए थे. जबकि भारत की पहली पारी की शुरुआत खराब रही. उसके 5 विकेट केवल 159 रन पर ही गिर गए थे, लेकिन नीतीश रेड्डी की ऐतिहासि सेंचुरी की बदौलत भारत ने स्कोर बोर्ड पर 369 रन टांग दिए. ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी के आधार पर 105 रन की लीड मिली.