आईसीसी अंउर-19 वर्ल्ड कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत को जीत के लिए 50 ओवर में 254 रनों का लक्ष्य दिया है. ऑस्ट्रेलिया की ओर से भारतीय मूल के हरजन सिंह ने सबसे अधिक 55 रनों की पारी खेली. भारतीय गेंदबाजों ने काफी संयमित गेंदबाजी की और विपक्षी टीम के बल्लेबाजों को खूब परेशान किया. पारी के तीसरे ही ओवर में सलामी बल्लेबाज सैम कोंस्टास को राज लिम्बानी ने बोल्ड कर अपनी टीम को पहली सफलता दिलाई. उस समय ऑस्ट्रेलिया का स्कोर केवल 16 रन था.
नमन तिवारी ने चटकाए दो विकेट
दूसरे सलामी बल्लेबाज हैरी डिक्सन ने हालांकि 42 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली और उनको नमन तिवारी ने आउट किया. डक्सन ने कप्तान ह्युज वेबगन के साथ दूसरे विकेट के लिए 78 रनों की साझेदारी की. इस साझेदारी को 21वें ओपर में नमन तिवारी ने वेबगन को आउट कर तोड़ा वेबगन उस समय 48 रन बनाकर मजबूत स्थिति में दिख रहे हैं. लेकिन अपनी पारी को वह अर्धशतक में नहीं बदल पाए.
100 रन के अंदर ऑस्ट्रेलिया के तीन विकेट
इसके बाद सलामी बल्लेबाज डिक्सन को भी नमन तिवारी ने ही पवेलियन का रास्ता दिखाया. 100 रन के अंदर ऑस्ट्रेलिया के तीन शीर्ष बल्लेबाज आउट हो चुके थे. लेकिन हरजन सिंह ने समझदारी वाली पारी खेलते हुए अपनी टीम की रनों की गति को आगे बढ़ाया. उन्होंने चौथे विकेट के लिए विकेटकीपर बल्लेबाज रयान हिक्स के साथ 66 रनों की साझेदारी की. इस साझेदारी को राज लिम्बानी ने तोड़ा.
राज लिम्बानी ने चटकाए सबसे ज्यादा तीन विकेट
ओलिवर पीक एक छोर से जमे रहे और 46 रन बनाकर नाबाद रहे. उन्होंने भारतीय गेंदबाजों का जमकर सामना किया. उन्होंने 43 गेंद पर दो चौके और एक छक्का लगाया. भारत की ओर से सबसे सफल गेंदबा राज लिम्बानी रहे. उन्होंने 10 ओवर में किफायती गेंदबाजी करते हुए 38 रन दिए और तीन विकेट चटकाए. नमन तिवारी को दो सफलता मिली. सौमी पांडे और मुशीर खान का एक-एक सफलता मिली.
सचिन, उदय और मुशीर खेलेंगे बड़ी पारी
भारत को छठी बार चैंपियन बनने के लिए 50 ओवर में 254 रन बनाने होंगे. भारतीय बल्लेबाजों को संभलकर बल्लेबाजी करनी होगी और एक छोर से रन बनाते रहने होंगे. दोनों सलामी बल्लेबाज आदर्श सिंह और अर्शिन कुलकर्णी को एक बड़ी शुरुआत देनी होगी. दोनों के बल्ले से अब तक कोई बड़ा कमाल नहीं हुआ है. मुशीर खान, उदय सहारन और सचिन धास से भी बड़ी पारी की उम्मीद होगी.