IND vs ENG: भारत के टी20आई कप्तान सूर्यकुमार यादव ने मंगलवार को कहा कि हार्दिक पांड्या के साथ उनके बहुत अच्छे संबंध हैं और यह ऑलराउंडर टीम के नेतृत्व समूह का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. हार्दिक पांड्या के रहते हुए बीसीसीआई ने इंग्लैंड टी20 सीरीज के लिए अक्षर पटेल को उपकप्तान बनाया है. 2024 में टी20 वर्ल्ड कप जीत के बाद, प्रशंसकों और क्रिकेट पंडितों को उम्मीद थी कि हार्दिक पांड्या सबसे छोटे प्रारूप में भारत का नेतृत्व करेंगे, क्योंकि उस ट्रॉफी के बाद रोहित शर्मा, विराट कोहली और रवींद्र जडेजा ने टी20 से संन्यास ले लिया है. हालांकि, रोहित के बाद सूर्या को भारत का टी20 कप्तान बनाया गया और हार्दिक को उप-कप्तान की भूमिका भी नहीं दी गई.
शुभमन को बनाया गया वनडे टीम का उपकप्तान
वनडे टीम में भी शुभमन गिल को उपकप्तान बनाया गया है. हालांकि, सूर्यकुमार यादव ने मुंबई इंडियंस के अपने साथी हार्दिक के साथ अपने रिश्ते को बेहतर बताया है. सूर्यकुमार ने कोलकाता में पहले टी20 मैच से पहले संवाददाताओं से कहा, ‘हार्दिक पांड्या के साथ रिश्ता वाकई बहुत बढ़िया रहा है. हम काफी लंबे समय से साथ खेल रहे हैं. मुझे अभी भी 2018 से वह याद है, जब मैं मुंबई इंडियंस में वापस गया था और आज भी यह वैसा ही है.’
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सूर्या ने हार्दिक को बताया अच्छा दोस्त
सूर्यकुमार यादव ने कहा कि वह और हार्दिक पांड्या मैदान पर अच्छे दोस्त हैं और यह ऑलराउंडर नेतृत्व समूह में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति बना हुआ है. सूर्या ने कहा, ‘हम मैदान पर अच्छे दोस्त रहे हैं और हम जानते हैं कि भारतीय टीम के साथ आगे बढ़ने के लिए हमें क्या चाहिए. अक्षर को वह अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है. हमने देखा कि उसने 2024 टी20 विश्व कप में क्या किया, वह बहुत लंबे समय से टीम के साथ है. साथ ही हार्दिक भी नेतृत्व करने वाले समूह का हिस्सा हैं. जब हम बैठते हैं, तो हम तय करते हैं कि हम टीम के साथ आगे क्या करना चाहते हैं और यहां तक कि मैदान पर भी वह हमेशा मौजूद रहते हैं. हमारे पास मैदान पर कई कप्तान हैं.’
गंभीर की तारीफ में सूर्या ने कही यह बात
गंभीर के बारे में बात करते हुए सूर्या ने कहा, ‘मैंने चार साल तक गंभीर के नेतृत्व में खेला है, इसलिए मुझे पता है कि वह कैसे काम करते हैं. उनसे बात किए बिना भी हम जानते हैं कि हमें क्या करना है. वह दक्षिण अफ्रीका दौरे पर नहीं थे क्योंकि वह टेस्ट टीम के साथ तैयारी कर रहे थे, लेकिन हम उनके साथ सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. वह स्वतंत्रता देते हैं, वह खिलाड़ियों को अपनी बात कहने की अनुमति देते हैं. वह चीजों को सरल रखते हैं, वह जानते हैं कि खिलाड़ी के दिमाग में क्या चल रहा है. वह चीजों को हल्का रखते हैं और अच्छा माहौल बनाए रखते हैं.’