IND vs ENG: रांची के जेएससीए इंटरनेशनल स्टेडियम में शुक्रवार 23 फरवरी को भारत और इंग्लैंड के बीच चौथ टेस्ट मुकाबला शुरू हुआ. कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. भारत की ओर से डेब्यू करने वाले तेज गेंदबाज आकाश दीप ने कमाल का प्रदर्शन किया और लंच से पहले ही इंग्लैंड को चारों खाने चित कर दिया. उन्होंने अपने डेब्यू टेस्ट के पहले दिन तीन धाकड़ बल्लेबाजों को आउट किया. उन्होंने दोनों सलामी बल्लेबाज बेन डकेट, जैक क्राउली और ओली पोप को पवेलियन का रास्ता दिखाया. उनके प्रदर्शन की काफी सराहना हो रही है. महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर भी उनकी तारीफ करने से पीछे नहीं रहे.
आकाश दीप की तारीफ में गावस्कर ने कही यह बात
आकाश दीप के डेब्यू विकेट पर बोलते हुए सुनील गावस्कर ने कहा कि हर क्रिकेटर का जो सपना होता है, आकाश दीप ने वैसा ही प्रदर्शन किया. कोई बल्लेबाज चाहता है कि वह अपने डेब्यू मैच में अर्द्धशतक या शतक बनाए. उसी प्रकार एक गेंदबाज चाहता है कि वह डेब्यू में जल्द से जल्द पहला विकेट चटकाए. आकाश दीप ने वैसा ही किया. आकाश दीप ने पहले दिन 17 ओवर गेंदबाजी की और 70 रन देकर तीन विकेट चटकाए.
लंच से पहले भारत का रहा दबदबा
मैच की बात करें तो पहला सेशन पूरी तरह भारत के नाम रहा. इंग्लैंड लंच तक 112 के स्कोर पर अपने पांच सबसे महत्वपूर्ण विकेट गंवा चुका था. बेन स्टोक्स को रवींद्र जडेजा और जॉनी बेयरस्टो को रविचंद्रन अश्विन ने आउट किया. एक समय टीम इंडिया पूरी तरह कंट्रोल में दिख रही थी. लेकिन दूसरे सेशन में जो रूट ने अपनी टीम को पटरी पर ला दिया. उन्होंने विकेटकीपर बल्लेबाज बेन फॉक्स के साथ छठे विकेट के लिए 113 रनों की साझेदारी की.
दूसरे सेशन में नहीं गिरा एक भी विकेट
रूट और फॉक्स की साझेदारी चाय के बाद टूटी, जब बेन फॉक्स को 47 रन के निजी स्कोर पर मोहम्मद सिराज ने रवींद्र जडेजा के हाथों कैच कराया. उसके बाद मोहम्मद सिराज को एक और सफलता टॉम हार्टले के रूप में मिली. हार्टले 13 रन बनाकर बोल्ड हो गए. पहले दिन इंग्लैंड ने सात विकेट के नुकसान पर 302 रन बनाए. पूर्व कप्तान जो रूट इस सीरीज में पहली बार लय में दिखे और उन्होंने अपना शतक भी पूरा किया.
जो रूट ने बनाए 106 रन
पहले दिन का खेल खत्म होने तक जो रूट 226 गेंद पर 106 रन बनाकर क्रीज पर थे. दूसरे छोर पर ओली रॉबिनसन 31 रन बनाकर खेल रहे हैं. रूट ने अपनी पारी में नौ चौके लगाए. सबसे बड़ी बात यह है कि जो रूट ने इस मैच को कोई गलती नहीं की. वह स्वीप और रिवर्स स्वीप खेलने से बचते रहे. रूट अपने बैजबॉल को अलग रखकर वैसे ही खेल रहे थे, जैसा वह पहले भारत दौरे पर खेला करते थे. भारत अब दूसरे दिन पहले सेशन में ही इंग्लैंड को ऑलआउट करने का लक्ष्य रखेगा. कल का दिन महत्वपूर्ण होने वाला है.