IND vs PAK: चैपियंस ट्रॉफी का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा. जहां भारत हाइब्रिड मॉडल पर मैच खेलना चाहता है, तो पाकिस्तान ने इसके लिए साफ मना कर दिया. यह मामला रुका नहीं था कि पाकिस्तान ने ट्रॉफी का टूर पीओके में कराने का फैसला कर लिया था, जिस पर बीसीसीआई ने आपत्ति जताई थी. खैर, पाकिस्तान ने आईसीसी के मना करने पर उसको टाल दिया. लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन स्थल को लेकर अब भी आम सहमति नहीं बन पाई है. पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर बासित अली ने अपने यूट्यूब चैनल पर बीसीसीआई पर तोहमत मढ़ दी है, कि वह पाकिस्तान की चैंपियंस ट्रॉफी पर डाका डालने की भरपूर कोशिश कर रहा है.
आईसीसी ने चैपियंस ट्रॉफी को पाकिस्तान या किसी अन्य देश में कराने के लिए कल 29 नवंबर को मीटिंग बुलाई थी, लेकिन यह मीटिंग ज्यादा देर नहीं चली और अगले दिन तक के लिए टाल दी गई. बासित अली ने अपने यूट्यूब चैनल पर अपनी बात शुरू करते ही आईसीसी पर तंज कसा, कहा भारत और पाकिस्तान अपनी बात कर रहे हैं और वह ताली बजा रहा है. आईसीसी की मीटिंग में कौन जीता- बीसीसीआई, पीसीबी, आईसीसी! आईसीसी की मीटिंग इतनी जल्दी कैसे खत्म हो गई.
चैंपियंस ट्रॉफी का मुकाबला 19 फरवरी से 9 मार्च तक होना है. लेकिन अभी तक मैचों के आयोजन स्थल को लेकर कोई पक्की खबर अब तक नहीं आई है. बासित अली ने कहा कि उन्हें सूचना मिली है कि चैंपियंस ट्रॉफी द. अफ्रीका जाने वाली है. लेकिन पीसीबी ने हाइब्रिड मॉडल के लिए राजी नहीं है. आपको बता दें कि पीसीबी ने आईसीसी के सभी टूर्नामेंट से हटने की धमकी दी थी.
Champions Trophy: आईसीसी की मीटिंग में नहीं निकला हल, अब इस तारीख को होगा फैसला
बीसीसीआई ने पाकिस्तान को एक कौम बना दिया है
बासित अली ने कहा कि क्या भारत और पाकिस्तान के बिना चैपियंस ट्रॉफी कभी हो सकती है? बासित ने कहा, “ब्रॉडकास्टर्स पैसा बनाना चाहते हैं. लेकिन इन दोनों टीमों के मैच के बिना यह कभी सफल नहीं हो सकती. अब पता चलेगा. बीसीसीआई ने पाकिस्तान को एक कौम (एक कर) बना दिया है. जो पीसीबी के खिलाफ थे, वे भी मोहसिन नकवी (पीसीबी चेयरमैन) के पीछे खड़े हो गए हैं. ये इंसाफ नहीं कि आप (बीसीसीआई) पाकिस्तान की चैंपियंस ट्रॉफी पर डाका डालने की कोशिश कर रहे हैं.”
आईसीसी ने कल शुक्रवार, 29 नवंबर को ऑनलाइन मीटिंग बुलाई थी, लेकिन यह मीटिंग 15 मिनट से ज्यादा नहीं चली. भारत अपने निर्णय पर अड़ा हुआ है और अपनी टीम को पाकिस्तान भेजने के लिए तैयार नहीं है. वहीं पाकिस्तान हाइब्रिड मॉडल के सख्त खिलाफ बना हुआ है. भारत के विदेश मंत्रालय ने भी अपनी साप्ताहिक प्रेस ब्रीफिंग में इस बात पर निर्णय लेने के लिए बीसीसीआई को ही आधिकारिक संस्था बता दिया है. अब देखना है कि आगे होने वाली मीटिंग में क्या निर्णय होता है.