अनुभवी कैगिसो रबाडा (44 रन पर पांच विकेट) की शानदार गेंदबाजी के बूते दक्षिण अफ्रीका ने दो मैचों की टेस्ट सीरीज के शुरुआती टेस्ट मैच में भारत के आठ बल्लेबाजों को पवेलियन भेज दिया. रबाडा ने अकेले 5 विकेट अपने नाम किए. बारिश से प्रभावित दिन खेल खत्म होने तक भारत ने आठ विकेट पर 208 रन बनाए.
तीसरे सत्र में 59वें ओवर के बाद खराब रोशनी के कारण खेल में रुकावट आई और फिर बारिश के कारण आगे का खेल संभव नहीं हुआ. अंपायरों ने इसके बाद दिन के खेल को समाप्त घोषित कर दिया. उस समय विकेटकीपर बल्लेबाज केएल राहुल 105 गेंद में 70 रन बनाकर खेल रहे थे. क्रीज पर उनके साथ मोहम्मद सिराज (शून्य) मौजूद थे.
राहुल ने भारतीय टीम के पिछले दौरे (2021) पर इस मैदान पर पारी का आगाज करते हुए शतक जड़ा था. उन्होंने अपनी पारी में अब तक 10 चौके और दो छक्के जड़े हैं. रबाडा ने लंबे समय तक ऑफ स्टंप के बाहर मुश्किल लाइन लेंथ पर गेंदबाजी करके भारतीय बल्लेबाजों को परेशान किया.
रबाडा ने अब तब 17 ओवर में 44 रन देकर पांच विकेट लिए हैं जो भारत के खिलाफ उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. लंच और चाय के विश्राम के बीच भारत ने चार विकेट गंवाए और यह चारों सफलता रबाडा के नाम रही. उन्होंने रोहित शर्मा (पांच), विराट कोहली (38) और श्रेयस अय्यर (31) को चतुराई से गेंदबाजी कर आउट किया.
उन्होंने रविचंद्रन अश्विन (आठ) और कुछ आक्रामक शॉट लगाने वाले शार्दुल ठाकुर (24) का विकेट लेकर टेस्ट क्रिकेट में 14वीं बार पांच विकेट लेने का कारनामा पूरा किया. राहुल ने एक छोर से विकेटों के पतन के बीच सूझबूझ से बल्लेबाजी की. उनकी पारी में आक्रमण और धैर्य का शानदार मिश्रण दिखा.
जब कोहली पांचवें बल्लेबाज के रूप में आउट हुए थे तब टीम का स्कोर 107 रन था. राहुल ने निचले क्रम के बल्लेबाजों के साथ अब तब 101 रन जोड़ लिए हैं. उन्होंने इस दौरान शार्दुल के साथ सातवें विकेट के लिए 43, जसप्रीत बुमराह (01) के साथ आठवें विकेट के लिए 27 और सिराज (01) के साथ नौवें विकेट के लिए 17 रन की अटूट साझेदारी कर ली है.
चाय के विश्राम के बाद उन्होंने आक्रामक बल्लेबाजी की और नांद्रे बर्गर (50 रन पर दो विकेट) के खिलाफ लगातार गेंदों पर चौका और छक्का के साथ अर्धशतक पूरा किया. उन्होंने गेराल्ड कोएत्जी के खिलाफ भी लगातार दो चौके जड़े. दक्षिण अफ्रीका के कप्तान तेम्बा बावुमा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया और उनके गेंदबाज मैच के शुरुआती घंटे में अनुकूल परिस्थितियों का फायदा उठाने में सफल रहे.
भारतीय टीम ने पहले घंटे (12 ओवर के अंदर) में 24 रन तक रोहित, यशस्वी जायसवाल (17) और शुभमन गिल (02) के विकेट गंवा दिये. रबाडा ने नयी गेंद से ऑफ स्टंप की बाहर की गेंदों पर भारतीय सलामी बल्लेबाजों को परेशान किया. रोहित उनकी शॉर्ट पिच गेंद पर बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में पदार्पण कर रहे बर्गर को लांग लेग पर कैच थमा बैठे. बायें हाथ के तेज गेंदबाज बर्गर ने इसके बाद जायसवाल और गिल को चलता किया.
दक्षिण अफ्रीका के क्षेत्ररक्षकों ने इसके बाद लगातार ओवरों में रबाडा की गेंद पर अय्यर जबकि बर्गर की गेंद पर कोहली का आसान कैच टपकाया. मार्को यानसन (52 रन पर एक विकेट) ने प्वाइंट पर अय्यर का कैच टपकाया जबकि टोनी डी जोरजी ने कोहली को चार रन के स्कोर पर स्क्वायर लेग पर आसान कैच छोड़कर जीवनदान दिया. दोनों ने चौथे विकेट के लिए 68 रन जोड़ कर मैच में भारत की वापसी करायी.
रोहित हर प्रारूप में पुल शॉट खेलना चाहते हैं और बावुमा ने भारतीय कप्तान के खिलाफ शुरू से लांग लेग पर क्षेत्ररक्षक तैनात किया था. रबाडा ने शुरुआती ओवरों में ऑफ स्टंप के बाहर गेंदबाजी करने के बाद रोहित को शॉर्ट गेंद डाली और वह इस गेंदबाज की चाल में फंस गए. बर्गर ने सीमा रेखा से 10 मीटर अंदर उनका आसान कैच पकड़ा.