ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट शृंखला में ऐतिहासिक जीत दर्ज करके लौटे अजिंक्य रहाणे ने शनिवार को इस बात का खुलासा किया कि उन्होंने 20 जनवरी को घर लौटने पर उनके स्वागत में पड़ोसियों द्वारा लाये गए ‘कंगारू केक’ को काटने से क्यों इनकार कर दिया था.
ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी जीतने के बाद रहाणे के मुंबई में दादर इलाके स्थित घर लौटने पर उनका जबर्दस्त स्वागत हुआ था. उनके आस पड़ोस के लोग कंगारू बना हुआ केक भी लाये थे लेकिन रहाणे ने वह नहीं काटा.
इसका वीडियो वायरल होने पर रहाणे की काफी तारीफ हुई क्योंकि कंगारू ऑस्ट्रेलिया का राष्ट्रीय पशु है. इस बारे में पूछने पर रहाणे ने मशहूर क्रिकेट कमेंटेटर हर्षा भोगले को दिये इंटरव्यू में कहा , कंगारू ऑस्ट्रेलिया का राष्ट्रीय पशु है. अगर आप जीते भी हैं या आपने इतिहास भी रच दिया है तो भी आपको विरोधी का सम्मान करना चाहिये.
उन्होंने कहा , विरोधी टीमों और दूसरे देशों के लिये वह सम्मान होना ही चाहिये. इसलिये मैने वह केक नहीं काटने का फैसला किया. नियमित कप्तान विराट कोहली और कई प्रमुख खिलाड़ियों की गैर मौजूदगी में भी रहाणे की कप्तानी में भारत ने वह शृंखला 2-1 से जीती.
शांतचित्त स्वभाव से कप्तानी के लिये रहाणे की काफी तारीफ भी हुई, लेकिन उनका मानना है कि अब वह जीत बीती बात हो चुकी है और इंग्लैंड के खिलाफ आगामी शृंखला पर फोकस होना चाहिये. उन्होंने कहा, वह अब बीती बात हो गई है. मैं अब कप्तान नहीं हूं और मेरा पूरा फोकस इंग्लैंड के खिलाफ मैच पर है. अब हमें बीती बिसार के आगे की चुनौतियों के बारे में सोचना चाहिये.
Posted By – Arbind kumar mishra