ICC Mens T20 World Cup 2021 भारतीय क्रिकेट में कुछ नये अध्याय जोड़ने वाली निर्वतमान मुख्य कोच रवि शास्त्री और छोटे प्रारूप में कप्तानी छोड़ने का फैसला कर चुके विराट कोहली की जोड़ी टीम के टी20 विश्व कप में सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर होने के बाद अब सोमवार को नामीबिया के खिलाफ सुपर 12 के अंतिम लीग मैच में जीत के साथ अपना अभियान समाप्त करने की कोशिश करेगी.
न्यूजीलैंड के अफगानिस्तान के खिलाफ विजयी रन बनाते ही भारतीय प्रशंसक निराश हो गये क्योंकि इससे भारत सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो गया.
2012 के बाद यह पहला अवसर है जबकि भारत अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के किसी टूर्नामेंट के नॉकआउट में जगह नहीं बना पाया. भारतीय खिलाड़ियों की निगाहें भी अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के मैच पर टिकी थी लेकिन उन्हें मैच की पहली पारी के बाद ही पता चल गया था कि उन्हें जल्द ही स्वदेश के लिये उड़ान पकड़नी होगी.
इससे उन्हें लंबे समय बाद बायो बबल से बाहर रहने का मौका मिलेगा. नामीबिया के खिलाफ भारतीय टीम निश्चित तौर पर बड़ी जीत दर्ज करने की कोशिश करेगी. इस मैच के लिये राहुल चाहर और इशान किशन जैसे खिलाड़ियों को मौका मिल सकता है. ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है जबकि भारत को आईसीसी प्रतियोगिता में इस तरह का औपचारिक मैच खेलना पड़ रहा है.
इससे पहले उसे ऐसी स्थिति का सामना विश्व कप 1992 में करना पड़ा था जब उसने सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर होने के बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच खेला था. यह पहला अवसर नहीं है जबकि भारतीय टीम किसी वैश्विक टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में नहीं पहुंची हो लेकिन इतनी निराशाजनक स्थिति कभी नहीं रही.
भारत पहली बार विश्व कप (टी20 और वनडे) में पाकिस्तान से पराजित हुआ और फिर रही सही कसर न्यूजीलैंड ने पूरी कर दी. शास्त्री और उनके कोचिंग स्टाफ का यह आखिरी मैच होगा. जहां तक कोहली का सवाल है तो उन्हें आने वाले दिनों में वनडे की कप्तानी भी गंवानी भी पड़ सकती है.
भारतीय टीम 2013 चैंपियन्स ट्रॉफी के बाद किसी टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में नहीं पहुंच पायी. भारत 2013 में 50 ओवर की चैंपियंस ट्रॉफी में चैंपियन बना था. उसके बाद 2014 में टी20 विश्व कप में वह उपविजेता रहा और 2015 एकदिवसीय विश्व कप में, टीम सेमीफाइनल तक पहुंचा.
भारतीय टीम 2016 के टी 20 विश्व कप ने उन्हें अंतिम चार में पहुंची जबकि 2017 में 50 ओवर की चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान से हार गयी. इसके बाद 2019 में उनका एकदिवसीय विश्व कप अभियान सेमीफाइनल में समाप्त हुआ और विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में भी वह उप विजेता रही. नामीबिया ने सुपर 12 में अब तक केवल स्कॉटलैंड को हराया है और वह भारत जैसी मजबूत टीम के खिलाफ अपना प्रभाव छोड़ने की कोशिश करेगी.