विश्व कप 2023 अभियान समाप्त हो गया है. सभी टीम अपने देश वापस लौट गए हैं. विश्व कप ट्रॉफी ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना हो गई है. भारतीय टीम अब गुरुवार 23 नवंबर से ऑस्ट्रेलिया का साथ पांच मैचों की टी20 सीरीज खेलती नजर आएगी. साल 2024 आने में अब एक ही महिना शेष बचा है. साल 2024 में भारतीय टीम को कई सारे मुकाबले खेलने हैं. भारतीय टीम को साल 2024 में टी20 विश्व कप भी खेलना है. टी20 विश्व कप 2024 से पहले भारतीय टीम कुल छह मुकाबले खेलेगी, जिसमें आईपीएल भी शामिल है.
टी20 विश्व कप 2024 मुकाबले के प्रारंभ होने से पहले भारतीय टीम नवंबर-दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की टी20 सीरीज खेलेगी. इसके बाद भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 दौरा करेगी. जहां 3 टी20, 3 वनडे और 2 टेस्ट मैच भारतीय टीम खेलेगी. इसके बाद तीन मैचों की टी20 सीरीज भारतीय टीम अफगानिस्तान के खिलाफ जनवरी में घरेलू मैदान पर खेलने के लिए उतरेगी. जनवरी 2024 के आखिर में भारत को इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने के लिए मैदान में उतरना है. जनवरी से मार्च तक टीम इंडिया इंग्लैंड के खिलाफ आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के तहत पांच मैचों की सीरीज खेलेगी और फिर आईपीएल 2024 की शुरुआत हो जाएगी. मार्च से मई के बीच कुल 74 मैच खेले जाएंगे और हर खिलाड़ी लगभग 10-10 मैच खेलने का मौका मिलेगा. इसके ठीक बाद टीम टी20 विश्व कप खेलेगी.
भारत का संभावित शेड्यूल
नवंबर-दिसंबर 2023 – ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 T20 मैच
दिसंबर से जनवरी 24 – दक्षिण अफ्रीका में 3 T20, 3 वनडे और 2 टेस्ट मैच
जनवरी 2024 – अफगानिस्तान के खिलाफ 3 T20 मैच
जनवरी से मार्च 2024 – इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैच
मार्च-मई 2024 – आईपीएल
जून 2024 – T20 वर्ल्ड कप
जनवरी के अंत में भारत और इंग्लैंड आपस में टेस्ट मैच खेलते हुए नजर आएंगे. जनवरी 2024 के आखिर में भारत को इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने के लिए मैदान में उतरना है. जनवरी से मार्च तक टीम इंडिया इंग्लैंड के खिलाफ आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के तहत पांच मैचों की सीरीज खेलेगी. 23 फरवरी से 27 फरवारी को भारतीय टीम रांची के JSCA International Stadium Complex में इंग्लैंड के साथ भिड़ेगी. ये इन दोनों टीमों के बीच साल 2024 में खेला जाने वाला चौथा टेस्ट मैच होगा. मुकाबले के लिए रांची पूरी तरह से तैयार है.
टी20 वर्ल्ड कप 2024 का आयोजन वेस्टइंडीज और यूएसए में किया जा रहा है, जहां कम से कम चार मैच भारत को खेलने को मिलेंगे. अगर टीम अच्छा प्रदर्शन करेगी तो आगे नॉकआउट मैच भी खेलती हुई नजर आएगी, लेकिन इस टूर्नामेंट से पहले हर महीने में भारतीय खिलाड़ी मैदान पर होंगे. ऐसे में एक बार फिर से वर्कलोड मैनेज करना टीम के खिलाड़ियों के लिए कठिन होने वाला है, क्योंकि ज्यादातर सीरीज अहम होने वाली हैं.