भारतीय महिला टीम ने ऑस्ट्रेलिया को दूसरे वनडे मुकाबले में 258 रन पर रोक दिया. ऑस्ट्रेलियाई टीम ने वानखेड़े स्टेडियम में फोबे लिचफील्ड (63 रन) और एलिसे पैरी (50 रन) के अर्धशतकों की बदौलत आठ विकेट पर 258 रन बनाए.
भारत के लिए दीप्ति शर्मा सबसे सफल गेंदबाज रहीं. दीप्ति ने 10 ओवर में 38 रन देकर पांच विकेट झटके. उनके अलावा पूजा वस्त्राकर, श्रेयांका पाटिल और स्नेह राणा ने एक-एक विकेट हासिल किए.
क्षेत्ररक्षण में भारतीय खिलाड़ियों ने कई कैच टपकाए, नहीं तो ऑस्ट्रेलिया का स्कोर और भी कम होता. रेणुका सिंह ठाकुर की पारी की दूसरी ही गेंद पर अमनजोत कौर ने फोबे लिचफील्ड का कैच टपकाया, जिन्होंने सबसे अधिक रन बनाए.
भारतीय महिला टीम ने कुल 7 कैच टपकाए. पहले मुकाबले में जब भारत को 6 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था, तब भी फिल्डिंग काफी खराब हुई थी. कप्तान हरमनप्रीत कौर ने मैच के बाद इस बात को स्वीकार भी की थी.
ऑस्ट्रेलिया को पहला झटका 40 के स्कोर पर कप्तान एलिसा हेली के रूप में लगा. हेली को पूजा वस्त्राकर ने बोल्ड कर दिया. उन्होंने केवल 13 रन बनाए. इसके बाद सलामी बल्लेबाज फोबे के साथ एलिसे पैरी ने 93 रनों की साझेदारी की.
133 रन के स्कोर पर ऑस्ट्रेलिया को दूसरा झटका लगा. पैरी 50 रन बनाकर डेब्यू करने वाली श्रेयांका पाटिल की गेंद पर रिचा घोष के हाथों कैच आउट हो गईं. दीप्ति शर्मा ने सबसे किफायती गेंदबाजी की. उन्होंने 10 ओवर में 38 रन देकर पांच विकेट लिए.
एक समय 180 के स्कोर पर ऑस्ट्रेलिया के 6 बैटर आउट हो गए थे. लेकिन भारत को खराब फिल्डिंग का खामियाजा भुगतना पड़ा और ऑस्ट्रेलिया के नीचले क्रम के बैटर्स ने टीम के लिए काफी रन जोड़े.
आखिरी दस ओवर में ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों ने 70 से अधिक रन बनाए. दीप्ति शर्मा को किसी और गेंदबाज का वैसा साथ नहीं मिला, जैसी उन्हें मिलनी चाहिए थी. पूजा वस्त्राकर डेथ ओवरों में महंगी साबित हुईं.
ऑस्ट्रेलिया की ओर से फोबे और पैरी के अलावा कोई भी बल्लेबाज 30 के आंकड़े को नहीं छू पाया. तीसरा उच्च स्कोर 28 रन था, जो अलाना किंग ने बनाए थे. उन्होंने 17 गेंद पर तीन छक्के लगाए.
भारत को यह मुकाबला जीतने के लिए अब 50 ओवर में 259 रन बनाने होंगे. तीन मैचों की सीरीज में बने रहने के लिए भारत को यह मुकाबला हर हाल में जीतना होगा. बल्लेबाजों से काफी उम्मीदें होंगी.