आईपीएल 2022 में रविवार को विराट कोहली का खराब फॉर्म जारी रहा. सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मुकाबले में आरसीबी के पूर्व कप्तान कोहली फिर से गोल्डन डक पर आउट हुए. इस सीजन में विराट कोहली तीसरी बार शून्य पर आउट हुए हैं. इस सीजन में विराट कोहली ने केवल एक अर्धशतक बनाया है. जबकि पिछले दो साल से ज्यादा समय से उन्होंने किसी भी फॉर्मेट में शतक नहीं लगाया है.
सलामी बल्लेबाज के तौर पर क्रीज पर आये विराट कोहली पारी की पहली ही गेंद पर केन विलियमसन के हाथ में कैच थमा बैठे. बाएं हाथ के स्पिनर जगदीश सुचित ने सनराइजर्स के लिए गेंद के साथ कार्यवाही शुरू की थी. आरसीबी के इस स्टार बल्लेबाज ने 12 मैचों में सिर्फ एक अर्धशतक के साथ केवल 216 रन बनाए हैं. कोहली का आखिरी अंतरराष्ट्रीय शतक 2019 में आया था और पिछले कुछ महीनों में इस खिलाड़ी के करियर में काफी उतार-चढ़ाव देखा गया है.
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भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री सहित क्रिकेट के जानकारों का मानना है कि लगातार क्रिकेट के कारण कोहली “ओवरकुक” हैं और उन्हें ब्रेक लेना चाहिए. लेकिन भारतीय पूर्व चीफ चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर को लगता है कि भारतीय खिलाड़ी क्रीज पर समय बिताकर ही अपना खोया हुआ मोजो पा सकते हैं. पूर्व भारतीय कप्तान ने क्रिकबज से कहा कि मुझे लगता है कि उसे खेलते रहना चाहिए. आप खेलकर ही फॉर्म पा सकते हैं, आराम से नहीं.
वेंगसरकर ने कहा कि क्योंकि, जब आप बीच में समय बिताते हैं, जब आपके बेल्ट के नीचे रन होते हैं, तो आपको अपना फॉर्म वापस मिल जाता है. अगर वह पिछले कुछ मैचों (आईपीएल के) में रन बनाता है, तो वह ब्रेक ले सकता है. मेरा निजी विचार है अगर वह असफल हो रहा है और वह आगे बढ़ रहा है, तो उसके मन में संदेह पैदा होने लगेंगे. उन्होंने कहा कि मेरी उन्हें सलाह होगी कि फॉर्म बीच में ही आयेगा. मुझे विराट की बल्लेबाजी में ज्यादा गड़बड़ी नजर नहीं आती.
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उन्होंने कहा कि टी-20 प्रारूप ऐसा है. आप सेटल होने के लिए समय नहीं निकाल सकते, क्योंकि आपको शुरुआत से शॉट खेलने होते हैं. अगर आप शानदार फॉर्म में नहीं हैं तो बल्लेबाज के लिए चीजें और मुश्किल हो जाती हैं. विराट कोहली ने अपने बल्लेबाजी पर ध्यान देने के लिहाज से ही टीम इंडिया के टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ी थी. बाद में उन्होंने टेस्ट कप्तानी भी छोड़ दी और फिर उन्हें वनडे की कप्तानी से भी हटा दिया गया.