MS Dhoni vs Kevin Pietersen: भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी मुहतोड़ जवाब देने के लिए जाने जाते हैं. इसका एक उदाहरण 2017 में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के मैच के दौरान देखने को मिला था. तब धोनी राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स टीम का हिस्सा थे और केविन पीटरसन ने टीम के खिलाड़ी मनोज तिवारी से ईयर माइक पर कहा था कि धोनी को यह बता दें कि वह धोनी से बेहतर गोल्फर हैं. इस पर धोनी ने करारा जवाब देते हुए कहा था कि ‘वह अब भी मेरा पहला टेस्ट विकेट है.’ धोनी के इस कमेंट के बाद केविन पीटरसन को खूब ट्रोल किया गया था, लेकिन इसकी सच्चाई कुछ और ही थी.
दरअसल, 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय टीम लॉर्ड्स में टेस्ट मैच खेल रही थी. धोनी ने इस मैच में ग्लब्स उतारकर गेंदबाजी करने का फैसला किया. पीटरसन को फेंकी गई उनकी गेंद पर विकेटकीपर ने कैच कर अपील की और अंपायर ने उन्हें आउट दे दिया. हालांकि, मैदानी अंपायर के फैसले को केविन पीटरसन ने चुनौती दी और थर्ड अंपायर ने उन्हें नॉटआउट करार दिया था. वहीं, अब इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज केविन पीटरसन ने गड़े मुर्दे उखाड़े हैं और धोनी को ट्रोल करते हुए लगातार दो वीडियो शेयर किए हैं और पूर्व भारतीय कप्तान को झूठा बताया है. हालांकि, आईपीएल 2023 में चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी कर रहे एमएस धोनी का अब तक इस पर कोई रिएक्शन नहीं आया है.
केविन पीटरसन ने पहले मंगलवार (16 मई) को एक ट्वीट करने के बाद इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया. पीटरसन ने ट्वीट में लिखा, ‘मैं उन सभी दावों को खत्म करने के लिए कि लॉर्ड्स में मैं धोनी का पहला टेस्ट विकेट था, ‘लगातार उस मैच की क्लिप देख रहा हूं. सबको बताना चाहता हूं कि मैं धोनी का पहला टेस्ट विकेट नहीं हूं. मुझे यह बात बताकर अच्छा नहीं लग रहा, लेकिन मैं नहीं हूं.’ इसके बाद उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया. इसके कैप्शन में उन्होंने लिखा, ‘मैं अंतत: धोनी के पहले टेस्ट विकेट होने के बारे में चल रही चर्चाओं पर विराम लगाने जा रहा हूं. इसे देखो. प्रमाण स्पष्ट है. हालांकि, एमएस की यह अच्छी गेंद थी.’ उन्होंने अपनी पोस्ट को एमएस धोनी को टैग भी किया.
I’m actively seeking the clip from the Test match at Lords to put to bed all these claims that I WAS Dhoni’s first Test Wicket.
— Kevin Pietersen🦏 (@KP24) May 16, 2023
I hate to break it to you – I WASN’T!
गौरतलब है कि साल 2011 में भारत और इंग्लैंड के बीच चार मैच की टेस्ट सीरीज खेली गई थी. सीरीज के पहले मैच में जहीर खान के चोटिल होने के कारण एमएस धोनी को गेंदबाजी के लिए आना पड़ा. इंग्लैंड की पारी के 80वें ओवर में एमएस धोनी की गेंद केविन पीटरसन के बल्ले से लगकर विकेट के पीछे गई और राहुल द्रविड़ ने कैच लपक लिया. एमएस धोनी और राहुल द्रविड़ की अपील पर अंपायर बिली बोडेन ने अंगुली उठा दी. हालांकि, पीटरसन ने रिव्यू लिया और थर्ड अंपायर ने उन्हें नॉटआउट करार दिया.
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