मोहित शर्मा पिछले साल गुजरात टाइटंस के नेट गेंदबाज थे और इस साल यह 34 साल का तेज गेंदबाज टीम को लगातार दूसरे इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) खिताब के करीब ले गया. इसके बाद उनकी टीम इंडिया में वापसी के अटकलें लगायी जा रही है. चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के खिताब जीतने के तुरंत बाद हार्दिक पंड्या ने मोहित को गले लगाकर सांत्वना दी. उन्होंने हरियाणा के इस तेज गेंदबाज के उनके अभियान में योगदान को स्वीकार किया.
मोहित शर्मा सोमवार को हुए फाइनल मुकाबले में सीएसके के खिलाफ 15वें ओवर में पहली चार शानदार गेंद डालने के बाद अंतिम दो गेंद अच्छी नहीं फेंक सके. लेकिन इस सत्र में उनके प्रयासों को कमतर नहीं आंका जा सकता. उन्होंने 14 मैचों में 27 विकेट झटके जिससे वह इस सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेने वालों में अपने टीम के साथी और मित्र मोहम्मद शमी के बाद दूसरे स्थान पर रहे.
Also Read: IPL 2023: ‘घर बैठके भी क्या करूंगा..’ 3 साल बाद धमाकेदार वापसी करने पर मोहित शर्मा ने कही ये बात
भारत के लिए 2015 विश्व कप सेमीफाइनल में खेलने के बाद मोहित लगभग गुम ही हो गये थे लेकिन आठ साल बाद इस अनुभवी खिलाड़ी ने शानदार वापसी की. हालांकि कोई उन्हें फिर से 50 ओवर के क्रिकेट में खेलते हुए नहीं देख रहा है लेकिन क्या वह अपनी फॉर्म और फिटनेस बरकरार रख सकते हैं ताकि 2024 टी20 विश्व कप की टीम में जगह बना सकें. आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) का यह टूर्नामेंट अगले आईपीएल के तुरंत बाद वेस्टइंडीज और अमेरिका में खेला जायेगा.
मोहित ने निश्चित रूप से खुद को अगले कुछ टी20 में आजमाने के लिए मजबूत दावा पेश किया है. और अगर मोहित जुलाई में वेस्टइंडीज और अमेरिका में भारत की पांच मैचों की टी20 श्रृंखला में दीपक चाहर के साथ खेलते हुए नजर आयेंगे तो यह हैरानी की बात नहीं होगी. हार्दिक भी मोहित से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कराने में सफल रहे और वह भी इस तेज गेंदबाज को उच्च स्तर पर एक मौका देना चाहेंगे.
मोहित सीएसके में महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में खेलने के बाद 10 साल पहले भारतीय टीम में पहुंचे थे. मोहित ने पिछले महीने टाइटन्स के लिए अपना पदार्पण करने के तुरंत बाद पीटीआई से कहा था, ‘मैंने आईपीएल और भारतीय टीम के साथ करियर का सबसे ज्यादा हिस्सा माही भाई की अगुआई में खेला है. उनके नेतृत्व में ही मैंने अच्छे नतीजे हासिल किये हैं इसलिए मेरा सर्वश्रेष्ठ निकालने का बड़ा श्रेय उन्हें ही जाता है.’