आईपीएल 2024 के शुरू होने में कुछ महीने शेष है. आईपीएल के शुरू होने से पहले पांच बार की चैंपियन टीम मुंबई इंडियंस टीम में कुछ बड़े बदलाव को लेकर काफी सुर्खियों बटोर रही है. आईपीएल 2024 के शुरू होने से पहले फ्रेंचाइजी ने कई ऐसे फैसले लिए हैं, जिसकी वजह से वह सवालों के घेरे में आ गई है. मुंबई इंडियंस ने रोहित शर्मा को कप्तान के पद से हटाकर भारतीय टीम के घातक ऑलराउंडर खिलाड़ी हार्दिक पंड्या को यह जिम्मेदारी सौंप दी है. मुंबई इंडियंस के बाद संभावना जताई जा रही है कि अब लखनऊ सुपरजाइंट्स भी अपनी टीम की कप्तानी में कुछ बड़े फेर बदल कर सकती है.
साल 2023 में खेले गए आईपीएल मुकाबले में लखनऊ सुपरजाइंट्स की कमान केएल राहुल संभाल रहे थे. लेकिन एक मैच में फील्डिंग के दौरान केएल राहुल इंजर्ड हो गए और इसी वजह से उनकी जगह पर लखनऊ की कमान भारतीय टीम के ऑलराउंडर खिलाड़ी क्रुणाल पांड्या को सौंपी गई थी. क्रुणाल पांड्या की कप्तानी में लखनऊ की टीम ने काफी बेहतरीन प्रदर्शन किया था. अपनी कप्तानी में क्रुणाल ने टीम को टॉप 4 में पहुंचाया था लेकिन अब खबर आ रही है कि LSG की मैनेजमेंट क्रुणाल पांड्या को कप्तानी से हटाते हुए उनकी जगह पर टीम के नियमित कप्तान केएल राहुल को एक बार फिर से जिम्मेदारी सौंप सकती है.
आईपीएल में केएल राहुल के प्रदर्शन की बात करें तो राहुल ने बतौर कप्तान अपनी टीम के लिए शानदार प्रदर्शन किया है. केएल राहुल ने अपने करियर में खेले गए 118 मैचों की 109 पारियों में 46.78 औसत और 134.42 के स्ट्राइक रेट से 4163 रन बनाए हैं, इस दौरान इनके बल्ले से 4 शतकीय और 33 अर्धशतकीय पारियां निकली हैं.
विश्व कप में भारतीय टीम की सफलता में विकेट से पीछे लोकेश राहुल का शानदार योगदान रहा है. राहुल ने बल्ले से कई बार टीम के लिए बेहतरीन पारी खेलने के साथ विकेट के पीछे कुछ कमाल के कैच लपके हैं और डीआरएस (डिसीजन रिव्यू सिस्टम यानी मैदानी अंपायर के फैसले की समीक्षा) से जुड़े फैसलों में वह कप्तान रोहित शर्मा के सच्चे सिपहसालार साबित हुए है.
राहुल ने इस दौरान 99 की स्ट्राइक रेट और 77 के औसत से 386 रन बनाये. भारतीय टीम के लिए पदार्पण के बाद से ही कौशल के मामले में राहुल को कोहली और रोहित जैसा प्रतिभाशाली खिलाड़ी माना जाता है लेकिन लचर शॉट खेलकर आउट हो जाने के कारण वह अतीत में उस रुतबे को हासिल नहीं कर पाये. यही कारण है कि सिडनी, लॉर्ड्स और सेंचुरियन जैसे मैदान पर शतक लगाने वाले इस खिलाड़ी को भारतीय क्रिकेट में ‘अंडर-अचीवर (उम्मीद से कम सफलता पाने वाला)’ माना जाता है.
मौजूदा टूर्नामेंट में 10 मैचों में उन्होंने 16 (15 कैच और एक स्टंपिंग) शिकार किये है. वह विकेट के पीछे सबसे ज्यादा शिकार के मामले में सिर्फ दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज क्विंटन डिकॉक से ही पीछे है. ऐसे खिलाड़ी जो कुछ समय पहले तक कीपिंग नहीं करता था उसके लिए यह बड़ी उपलब्धि है. डीआरएस से जुड़े फैसले के बारे में राहुल के निर्णय शानदार रहे हैं. भारत के पूर्व कीपर दीप दासगुप्ता का कहना है कि इसका कारण स्टंप के पीछे उनका ‘परफेक्ट फुटवर्क’ है क्योंकि उन्हें इस बात का सटीक अंदाजा है कि गेंद कहां खत्म होगी.