Ravichandran Ashwin। भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने ब्रिसबेन के गाबा में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करके दुनिया को चौंका दिया. ऑफ स्पिनर ने अपने फैसले के बारे में बताते हुए कहा कि वह बेपरवाही से पीछे का सब कुछ छोड़ना चाहते थे. 38 वर्षीय अश्विन ने अपने 14 साल के करियर का अंत उस समय किया जब तक उन्होंने खेल के तीनों प्रारूपों में 765 अंतरराष्ट्रीय विकेट चटकाए. अश्विन वर्तमान में टेस्ट क्रिकेट में सातवें सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं. इतना ही नहीं, उनके नाम टेस्ट क्रिकेट में छह शतक भी हैं.
स्काई स्पोर्ट्स क्रिकेट पॉडकास्ट पर नासिर हुसैन और माइकल एथरटन से बात करते हुए अश्विन ने खुलासा किया कि उन्होंने पहले भी संन्यास के बारे में सोचा था, लेकिन आखिरकार तब फैसला किया जब उन्हें लगा कि उनकी रचनात्मकता अब पूरी नहीं हो सकती. अश्विन ने कहा, “आपके अंदर हमेशा एक सवाल रहता है. आप खुद से पूछते रहते हैं, ‘क्या मैं यह फैसला सही तरीके से ले रहा हूं?’ मेरे मामले में यह थोड़ा अलग था. मुझे नहीं पता कि इसे कैसे समझा जाए. मैं कभी भी ऐसा व्यक्ति नहीं रहा जो चीजों को पकड़कर रखता हो. मैंने जीवन में कभी भी असुरक्षित महसूस नहीं किया. मुझे विश्वास नहीं होता कि जो आज मेरा है वह कल भी मेरा ही होगा. शायद यह इन सभी वर्षों में मेरे उत्थान के कारकों में से एक रहा है.”
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उन्होंने कहा, “मैं हमेशा चीजों को जितना संभव हो सके उतनी बेपरवाही से पीछे छोड़ना चाहता था, क्योंकि मैं लोगों द्वारा मेरा जश्न मनाने में विश्वास नहीं करता. मैं भारत में कभी-कभी मिलने वाले ध्यान पर विश्वास नहीं करता.” पॉडकास्ट पर बात करते हुए अश्विन ने आगे कहा कि उन्होंने पहले संन्यास के बारे में सोचा था, लेकिन जब उन्हें एहसास हुआ कि उनके रचनात्मक पक्ष का कोई भविष्य नहीं है तो उन्होंने अपने करियर को विराम दे दिया.
अश्विन ने कहा, “मैंने कई बार रिटायरमेंट के बारे में सोचा. मेरे लिए, जिस दिन मैं जागूंगा और महसूस करूंगा कि मेरे रचनात्मक पक्ष का कोई भविष्य या दिशा नहीं है, उसी दिन मैं इसे छोड़ दूंगा. मुझे अचानक लगा कि रचनात्मक पक्ष तलाशने के लिए बहुत कुछ नहीं है और मैंने छोड़ दिया.” अश्विन ने भारत के लिए 116 वनडे और 65 टी20 मैच भी खेले हैं, जिसमें उन्होंने इन दोनों फॉर्मेट में 228 विकेट लिए हैं. उन्होंने टेस्ट में 537 विकेट चटकाए हैं.