Sachin Tendulkar: इंग्लैंड के खिलाफ 2002 में नेटवेस्ट सीरीज के फाइनल में मोहम्मद कैफ और युवराज सिंह की बदौलत भारत की ऐतिहासिक जीत और सौरव गांगुली के लॉर्ड्स की बालकनी में शर्ट उतारकर जश्न मनाने के बारे में कई कहानियां सालों से कही और सुनाई जाती रही हैं. रविवार को बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने जश्न मनाने के उस पल की एक नई कहानी पेश की. इस कहानी में बताया गया कि गांगुली चाहते थे कि इस जीत का जश्न टीम के सभी खिलाड़ी अपनी शर्ट उतारकर मनाएं, लेकिन मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने मना कर दिया था.
राजीव शुक्ला ने खाई थी ब्लड प्रेशर की दवाई
रणवीर अल्लाहबादिया से उनके यूट्यूब शो ‘TRS’ पर बात करते हुए उस समय के टीम मैनेजर राजीव शुक्ला ने रन चेज के दौरान तनाव को याद करते हुए बताया कि इंग्लैंड द्वारा 325 रनों का लक्ष्य निर्धारित करने के बाद उन्होंने ब्लड प्रेशर की गोली ले ली थी. सलामी बल्लेबाज मार्कस ट्रेस्कोथिक और कप्तान नासिर हुसैन के शानदार शतकों की बदौलत इंग्लैंड ने 5 विकेट पर 325 रन बनाए. जहीर खान भारत के लिए सबसे बेहतरीन गेंदबाज रहे जिन्होंने 62 रन देकर 3 विकेट लिए.
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अत्मविश्वास से भरे हुए थे सौरव गांगुली
शुक्ला ने कहा, ‘लॉर्ड्स में वह क्षण, जब हमें लगा कि हम हारने वाले हैं और मैंने अपनी ब्लड प्रेशर की गोली खा ली थी. जब 325 रनों का लक्ष्य रखा गया, तो मैंने सौरव गांगुली से स्कोर के बारे में पूछा. मैं तनाव में था, लेकिन उन्होंने कहा, ‘सर, हमें कम से कम मैदान पर तो जाना चाहिए.’ वह आत्मविश्वास से भरे हुए थे.’ इंग्लैंड के बड़े स्कोर के जवाब में ओपनर गांगुली और वीरेंद्र सहवाग की शतकीय साझेदारी की बदौलत भारत की शानदार शुरुआत की.
कैफ और युवराज ने की 121 रनों की बेजोड़ साझेदारी
इसके बावजूद भारत के 5 विकेट 146 रन पर गिर गए. इसके बाद युवराज सिंह और मोहम्मद कैफ के बीच 121 रनों की शानदार साझेदारी की बदौलत भारत ने वापसी की और मेहमान टीम ने तीन गेंद शेष रहते मैच जीत लिया. शुक्ला ने याद किया कि जैसे ही भारत जीत के करीब पहुंचा, गांगुली ने पूरी टीम से कहा कि वे अपनी शर्ट उतार दें और जश्न मनाएं. यह इंग्लैंड के ऑलराउंडर एंड्रयू फ्लिंटॉफ का मजाक उड़ाने के लिए था, जिन्होंने उसी साल मुंबई में वनडे मैच में टीम की जीत के बाद ऐसा ही किया था. हालांकि, सचिन तेंदुलकर ने ऐसा न करने की सलाह दी और याद दिलाया कि क्रिकेट एक ‘जेंटलमैन गेम’ है.
सौरव चाहते थे पूरी टीम उतारे शर्ट, लेकिन सचिन ने किया मना
शुक्ला ने कहा, ‘जब जीत का वह क्षण आने वाला था, तब सौरव ने पूरी टीम से कहा कि वे अपनी शर्ट उतारकर जश्न मनाएं, शायद इसलिए क्योंकि एंड्रयू फ्लिंटॉफ ने मुंबई में ऐसा ही किया था. लेकिन सचिन ने ड्रेसिंग रूम में मुझसे कहा, ‘पूरी टीम को ऐसा मत करने दो. यह जेंटलमैन गेम है. यह अच्छा नहीं लगेगा. इसलिए मैंने सौरव से कहा कि अगर तुम ऐसा करना चाहते हो, तो करो. उन्होंने ऐसा किया और यह एक ऐतिहासिक छण बन गया. सौरव भारतीय टीम में आक्रामकता लाने वाले पहले कप्तान थे.’