एशिया कप और वनडे वर्ल्ड कप शुरू होने में अब ज्यादा दिन नहीं हैं, ऐसे में भारतीय टीम के संबंध में कई सवालों के जवाब दिए जाने बाकी हैं. आईसीसी आयोजनों में भारत के सबसे लगातार खिलाड़ियों में से एक शिखर धवन के नाम पर अब तीनों प्रारूपों में से किसी में भी विचार नहीं किया जा रहा है.
भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री के लिए यह दुखद बात है कि धवन को वह श्रेय भी नहीं मिला जिसके वह हकदार हैं. उन्होंने स्टार स्पोर्ट्स पर बातचीत में कहा कि शीर्ष क्रम के बल्लेबाज शिखर धवन को लोग वह श्रेय नहीं देते जिसके हकदार हैं. मेरा मतलब है, वह आदमी एक अद्भुत खिलाड़ी था.
शास्त्री ने याद दिलाया कि 2019 में विश्व कप के दौरान जब दाएं हाथ के खिलाड़ियों को गेंद चकमा दे रही थी, तब शिखर धवन की याद सभी को आयी होगी. हालांकि वह टीम का हिस्सा नहीं थे. क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक जड़ने वाले धवन अंगूठे की चोट के कारण बाहर हो गये थे.
भारत के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी और मुख्य कोच शास्त्री चाहते हैं कि भारतीय टीम की बल्लेबाजी इकाई में तीन बाएं हाथ के खिलाड़ी हों. वर्तमान में, यशस्वी जयसवाल, ईशान किशन और तिलक वर्मा जैसे खिलाड़ी शुद्ध बल्लेबाजों के दृष्टिकोण से शीर्ष उम्मीदवारों की तरह दिखते हैं.
इनके अलावा रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल निश्चित रूप से ऑलराउंडरों के दृष्टिकोण से टीम में जगह पाने के दावेदार हैं. शास्त्री ने कहा कि शीर्ष सात में दो स्थान हैं जहां मुझे लगता है कि दो बाएं हाथ के खिलाड़ियों को आना चाहिए. यहीं पर चयनकर्ता की भूमिका आती है क्योंकि वे देख रहे हैं, वे जानते हैं कि कौन सा लड़का फिट होगा.
शास्त्री ने कहा कि अगर तिलक वर्मा हॉट हैं, उसे अंदर लाओ. यदि जयसवाल आकर्षक है, तो उसे अंदर लाओ. लेकिन शीर्ष पर दो को लाओ, इसलिए यदि आप पिछले 6-8 महीनों से ईशान किशन के साथ लगातार बने हुए हैं और वह विकेटकीपिंग करने जा रहा है, तो वह अंदर आता है. लेकिन उस शीर्ष सात में दो बाएं हाथ के खिलाड़ी होने चाहिए.
ऐसे कयास लगाये जा रहे थे एशियन गेम्स के लिए शिखर धवन टीम भारतीय क्रिकेट टीम का नेतृत्व करेंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. शिखर धवन भारतीय टीम के लिए तीनों फॉर्मेट में खेल चुके हैं. धवन ने अब तक भारतीय टीम के लिए कुल 34 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने 40.61 की औसत से 2315 रन बनाए हैं. इसके अलावा धवन ने कुल 165 वनडे मैच खेले हैं, जिसमें अब तक कुल 44.61 की औसत से 6782 रन बनाए हैं. इसमें उन्होंने 17 शतक और 39 अर्धशतक जड़े हैं. टी20 इंटरनेशनल में अब तक उन्होंने 68 मैच खेले हैं, जिसमें बल्लेबाजी करते हुए 27.29 की औसत से 1759 रन बनाए हैं. इसमें वो 11 अर्धशतक लगा चुके हैं.