वेस्टइंडीज टेस्ट और वनडे सीरीज के लिए भारतीय टीम की घोषणा के बाद कुछ खिलाड़ियों को नजरअंदाज करने का मामला तूल पकड़ रहा है. इसमें से एक नाम सरफराज खान का है, जिन्होंने पिछले कुछ रणजी सीजन में बेहतरीन प्रदर्शन किया है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की चयन समिति द्वारा चेतेश्वर पुजारा को बाहर करने और सरफराज खान को नहीं चुनने के फैसले की काफी आलोचना हो रही है. भारत के पूर्व महान खिलाड़ी सुनील गावस्कर उन लोगों में से एक हैं जो चयनकर्ताओं के फैसले से खुश नहीं हैं.
सुनील गावस्कर ने सरफराज खान के घरेलू प्रदर्शन को नजरअंदाज करने के लिए चयन समिति की काफी आलोचना की. यहां तक कि बल्लेबाज को रणजी ट्रॉफी खेलना बंद करने की सलाह भी दी. सरफराज का रणजी ट्रॉफी में शानदार रिकॉर्ड रहा है. उन्होंने 2022-23 के अभियान में छह मैचों में 92.66 की औसत से 556 रन बनाये, जिसमें तीन शतक शामिल हैं. दाएं हाथ के बल्लेबाज ने 2021-22 रणजी ट्रॉफी अभियान में 122.75 की औसत से 982 रन बनाये, जिसमें चार शतक शामिल थे.
Also Read: IND vs WI: ‘चेतेश्वर पुजारा बने बलि का बकरा’, टीम चयन पर भड़के सुनील गावस्कर, कहा- बाकी भी तो फ्लॉप रहे
इंडिया टुडे पर एक बातचीत में गावस्कर ने हैरानी जताते हुए स्वीकार किया कि उन्हें नहीं पता कि भारतीय राष्ट्रीय टीम में चुने जाने के लिए सरफराज को और क्या करने की जरूरत है. उन्होंने कहा, ‘सरफराज खान पिछले तीन सीजन में 100 की औसत से रन बना रहे हैं. टीम में चुने जाने के लिए उन्हें क्या करना होगा? हो सकता है कि वह एकादश में न हों, लेकिन आप उन्हें टीम में तो चुन सकते हैं.’
उन्होंने कहा कि उसे बताएं कि उसके प्रदर्शन को पहचान मिल रही है. अन्यथा, रणजी ट्रॉफी खेलना बंद कर दें. कहें, इसका कोई फायदा नहीं है, आप सिर्फ आईपीएल खेलते हैं और सोचते हैं कि आप लाल गेंद के खेल के लिए भी काफी अच्छे हैं. गावस्कर ने साफ शब्दों में कहा कि टेस्ट टीम में चयन का पैमाना रणजी होना चाहिए, न कि आईपीएल. सरफराज ने अपने प्रथम श्रेणी करियर में 37 प्रथम श्रेणी मैचों में 79.65 की औसत से 3505 रन बनाये हैं, जिसमें 13 शतक शामिल हैं.