भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली दक्षिण अफ्रीका के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज नांद्रे बर्गर की शैली की गेंदबाजी का सामना करते हुए काफी आश्वस्त दिखे जबकि सोमवार को यहां नेट्स पर शॉर्ट गेंद के खिलाफ श्रेयस अय्यर एक बार फिर मुश्किल में नजर आए.
नए साल के दिन विराट कोहली ने नेट सत्र के दौरान जमकर पसीना बहाया और लगभग एक घंटे तक अभ्यास किया. नेट पर गेंदबाजों का सामना करने के बाद कोहली ने लगभग 20 से 25 मिनट तक थ्रोडाउन का सामना किया.
कोहली को नेट्स पर विशेष तरह का अभ्यास करने के उद्देश्य के साथ उतरने के लिए जाना जाता है और सोमवार को वह बाएं हाथ की तेज गेंदबाजी के खिलाफ बल्लेबाजी का अभ्यास कर रहे थे.
भारतीय टीम में बाएं हाथ का कोई तेज गेंदबाज नहीं है इसलिए एक नेट गेंदबाज को बुलाया गया और कोहली ने उसकी 25 से 30 गेंदों का सामना किया जबकि बीच में उन्होंने जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, रविचंद्रन अश्विन और आवेश खान के खिलाफ भी अभ्यास किया.
कोहली क्रीज पर लगातार पैर बाहर निकालकर खेल रहे थे और बीच-बीच में उन्हें आगे बढ़कर मिड विकेट पर शॉट भी लगाए. हालांकि यहां एकमात्र समस्या यह थी कि क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) ने जो तेज गेंदबाज मुहैया कराया था उसकी गति बर्गर की तुलना में कम से कम 15 किमी प्रति घंटा कम थी. बर्गर ने सेंचुरियन में शुरुआती टेस्ट में सात विकेट लिए थे.
नेट गेंदबाज की गति में कमी के कारण कोहली को इनस्विंग को समझने और फिर आगे बढ़कर मिड विकेट पर शॉट खेलने में समस्या नहीं हुई. मैच के दौरान हालांकि कोहली को फ्रंट फुट पर आने के लिए इतना समय नहीं मिलेगा. अश्विन की गेंद पर लगाया कोहली का छक्का शानदार था और उन्हें बुमराह का सामना करने में भी कोई परेशानी नहीं हुई.
शॉर्ट गेंद के खिलाफ अय्यर की कमजोरी जगजाहिर है. सेंचुरियन टेस्ट में उछाल लेती गेंदों के खिलाफ एक बार फिर उनकी कमियां उजागर हुईं. कमर से थोड़ी ऊपर आती गेंदों का सामना करते समय अय्यर मुश्किल में नजर आते हैं. ट्रेनिंग सत्र के दौरान बल्लेबाजी करते समय वह असहज दिख रहे थे.
श्रीलंका के बाएं हाथ के थ्रोडाउन विशेषज्ञ नुवान सेनाविरत्ने ने 18 गज की दूरी से गेंद फेंकी तो अय्यर ने पुल करने की कोशिश में देर से प्रतिक्रिया की और गेंद उनके पेट में लगी. उन्होंने थोड़ी देर के लिए बल्लेबाजी करना बंद कर दिया और वह दर्द में दिखे.
सेंचुरियन में शनिवार को थ्रोडाउन सत्र के दौरान बाएं कंधे में चोट लगने के बाद शार्दुल ठाकुर ने एक बार फिर अभ्यास सत्र में हिस्सा लिया लेकिन सिर्फ बल्लेबाज के रूप में. शार्दुल को गेंदबाजी करते हुए नहीं देखा गया लेकिन उन्होंने गेंदबाजों और थ्रोडाउन का सामना किया. वह सहज नजर आए और शॉर्ट गेंदों का आसानी से सामना किया.