भारतीय क्रिकेट के लिए साल 2000 काफी मुश्किल भरा रहा. यह वही साल था जब भारतीय क्रिकेट दिग्गजों को नाम मैच फिक्सिंग सामने आया. नाम भी कोई छोटे-मोटे क्रिकेटर का नहीं बल्कि भारत के स्टार कप्तान माने जाने वाले मोहम्मद अजहरुद्दीन और अजय जडेजा का था. दोनों के ऊपर फिक्सिंग का मामला सामने आने के बाद बीसीसीआई ने अजहर पर आजीवन प्रतिबंध लगाया और जडेजा पर 5 साल का बैन लगा. हालांकि लंबी लड़ाई के बाद अजहर पर से यह बैन हटा पर न जडेजा कभी भारतीय टीम में वापस लौटे और न अजहरुद्दीन.
एशिया कप में अजहर और जडेजा ने खेला अपना आखिरी मुकाबला
यह मामला एशिया कप के दौरान साल 2000 में सामने आया था. 3 जून 2000 को भारत और पाकिस्तान का मुकाबला खेला गया. यह मुकाबला ढाका में खेला गया. वहीं इस मैच के 6 महीने बाद दिसंबर के महीने में दक्षिण अफ्रीका के कप्तान हैंसी क्रोने ने कई सनसनीखेज खुलासे किए. इसी खुलासे में अजहरुद्दीन और अजय जडेजा का नाम सामने आया. मैच फिक्सिंग में नाम सामने आने के बाद बीसीसीआई ने दोनों प्लेयर्स पर बड़ा एक्शन लिया और अजहर पर आजीवन बैन लगा दिया. वहीं बोर्ड ने जडेजा पर 5 साल का बैन लगाया. एशिया कप के इस मुकाबले के बाद यह दोनों सितारे भारतीय टीम के लिए कभी नहीं खेल पाएं. हालांकि आगे जाकर दोनों पर लगे आरोप गलत साबित हुए और कोर्ट ने खिलाड़ियों पर से बैन भी हटा दिया.
शानदार रहा अजहर का क्रिकेट करियर
भारतीय टीम के दिग्गज कप्तान और खिलाड़ी माने जाने वाले अजहरुद्दीन का क्रिकेट करियर काफी शानदार रहा. उन्होंने अपने करियर में 99 टेस्ट मैच में 6215 रन बनाए, जिसमें 22 शतक और 21 अर्धशतक शामिल है. वनडे में अजहर ने 334 मैच खेलकर कुल 9378 रन बनाए. अजहर के नाम वनडे में 7 शतक और 58 अर्धशतक दर्ज हैं. अजहर ने इंग्लैंड के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था. अपने टेस्ट डेब्यू सीरीज में अजहर ने लगातार तीन शतक लगाए थे जो आज भी एक रिकॉर्ड है.
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