IND vs ENG: टीम इंडिया के अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के वापस आने की खबर है. भारत के लिए यह बड़ी राहत होगी. मैच के तीसरे दिन भारत को उस समय बड़ा झटका लगा, जब अश्विन पारिवारिक मेडिकल इमरजेंसी का हवाला देकर मैच के बीच में ही बाहर हो गए. अब बीसीसीआई ने इसकी पुष्टि कर दी है कि अश्विन तीसरे टेस्ट के लिए चौथे दिन टीम से जुड़ जाएंगे. भारत इस समय दूसरी पारी में बल्लेबाजी कर रहा है और मजबूत स्थिति में है. सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल शतक बनाकर क्रीज पर जमे हुए हैं. मैच के तीसरे दिन कमर में परेशानी की वजह से जायसवाल रिटायर्ड हर्ट हो गए थे, लेकिन शुभमन गिल के आउट होने के बाद वह चौथे दिन दुबारा क्रीज पर आ गए हैं.
बीसीसीआई ने अश्विन के वापसी की पुष्टि की
बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने बताया था कि शुक्रवार की रात रविचंद्रन अश्विन अपनी मां की देखभाल के लिए चेन्नई वापस अपने घर चले गए थे. लेकिन दो दिन बाद ही भारतीय टीम के साथ वापस जुड़ने के लिए वह तैयार हैं. अब बीसीसीआई ने एक बयान में कहा कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को पारिवारिक आपातकाल के कारण थोड़ी देर की अनुपस्थिति के बाद टीम में आर अश्विन की वापसी की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है. अश्विन को तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन के बाद अस्थायी रूप से टीम से हटना पड़ा था.
चौथे दिन टीम से जुड़ेंगे अश्विन
बयान में आगे कहा गया कि आर अश्विन और टीम प्रबंधन दोनों को यह पुष्टि करते हुए खुशी हो रही है कि वह चौथे दिन एक्शन में वापस आ जाएंगे और चल रहे टेस्ट मैच में टीम के लिए योगदान देना जारी रखेंगे. ऐसा माना जा रहा है कि अश्विन लंच ब्रेक तक राजकोट पहुंच जाएंगे. ऐसे में भारत को दूसरी पारी में गेंदबाजी में काफी मदद मिलेगी. टीम ने इंग्लैंड की पहली पारी में चार गेंदबाजों से ही काम चलाया था. दूसरी पारी में भारत की बढ़त 400 के पार पहुंच गई है.
अश्विन सबसे तेज 500 विकेट लेने वाले पहले भारतीय
शनिवार को अश्विन की कमी थोड़ी महसूस हुई क्योंकि भारतीय गेंदबाजों को लंबे स्पैल दिए गए. टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंड को 319 रन पर आउट कर दिया. मोहम्मद सिराज चार विकेट लेकर सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रहे. स्पिनर कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा को दो-दो विकेट मिले. अश्विन शुक्रवार को इंग्लैंड के जैक क्रॉली को आउट करके 500 विकेट के आंकड़े तक पहुंचने वाले देश के दूसरे गेंदबाज बनें. साथ ही सबसे तेज 500 विकेट लेने वाले पहले भारतीय भी बने.