26.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Jharkhand: गुमला की नेशनल फुटबॉलर अष्टम उरांव के गांव पहुंचने पर जश्न का माहौल, पैर धोकर किया गया स्वागत

अष्टम उरांव ने कहा कि अंडर-17 फीफा वर्ल्ड कप में भारत के लिए खेलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. इससे मैं काफी खुश हूं. हमें और हमारी टीम को इस वर्ल्ड कप से बहुत कुछ सीखने को मिला है. उससे हम लोग आगे बेहतर कर पायेंगे. हम लोग मैच हारे हैं, हौसला नहीं. भारत को विश्व कप दिलाना है.

Jharkhand News: भारतीय महिला फुटबॉलर अष्टम उरांव शुक्रवार को अपने पैतृक गांव गुमला जिले के बिशुनपुर प्रखंड के गोर्राटोली पहुंची. वह दो साल बाद अपने गांव पहुंची और परिजनों से मिली. गांव पहुंचने पर पारंपरिक रीति रिवाज से उसका स्वागत किया गया. अष्टम का पैर धोया गया और पैर छुआ गया. अष्टम उरांव ने कहा कि अंडर-17 फीफा वर्ल्ड कप में भारत के लिए खेलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. इससे मैं काफी खुश हूं. हमें और हमारी टीम को इस वर्ल्ड कप से बहुत कुछ सीखने को मिला है. उससे हम लोग आगे बेहतर कर पायेंगे. हम लोग मैच हारे हैं, हौसला नहीं. भारत को विश्व कप दिलाना है.

ईमानदारी से टीम ने किया प्रदर्शन

अष्टम उरांव ने कहा कि हमारी टीम ने पूरी ईमानदारी से शारीरिक एवं मानसिक रूप से तैयारी होकर पूरी मजबूती के साथ अंडर-17 फीफा वर्ल्ड कप में अपना खेल का प्रदर्शन किया है. मैच में हार-जीत लगा रहता है. इससे हम लोग नहीं घबरा रहे हैं क्योंकि शारीरिक और मानसिक रूप से बहुत ज्यादा मजबूत हो चुके हैं. जिसके बल पर हम एक दिन निश्चित रूप से कामयाब होंगे. उन्होंने कहा कि कोई भी खिलाड़ी जब किसी खेल को खेलता है, तो पूरे हौसला और जुनून के साथ खेलना चाहिए. तभी उनकी प्रतिभा निकलकर सामने आयेगी. फुटबॉलर बनना मेरा बचपन का शौक था और जब मैं इंडिया टीम के लिए चयनित हुई तो मुझे कप्तान बनना था और मैं पूरी ईमानदारी के साथ काम करती गयी. यही वजह है कि मुझे हमारे कोच द्वारा कप्तान बनाया गया. इससे मैं काफी खुश हूं.

Also Read: आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार : सीएम हेमंत सोरेन ने खूंटी को दिया 322 करोड़ की योजनाओं का तोहफा

फीफा कप खेल कर लौटी सुधा तिर्की का स्वागत

फीफा वर्ल्ड कप अंडर-17 फुटबॉल खेल कर लौटी चैनपुर प्रखंड की बेटी सुधा अंकिता तिर्की का चैनपुर पहुंचने पर प्रखंडवासियों द्वारा जोरदार स्वागत किया गया. बस स्टैंड के पास जुटे ग्रामीणों द्वारा गाजे-बाजे के साथ फूल माला पहनाकर एवं भारत माता के जयकारे के साथ सुधा का स्वागत करते हुए पूरे चैनपुर में नगर भ्रमण कराया गया. जगह-जगह पर लोगों ने सुधा अंकिता का स्वागत किया. सुधा अंकिता ने कहा कि देश के लिए मैच खेलना हमें बहुत ही अच्छा लगा. अब आगे भी निरंतर प्रयास करते हुए अपने देश व अपने गांव का नाम रोशन करूंगी.

Also Read: पलामू में जंगलों-पहाड़ों से होकर 12 km दूर जाकर कर रहे हाईस्कूल की पढ़ाई, डीसी से लगायी ये गुहार
Undefined
Jharkhand: गुमला की नेशनल फुटबॉलर अष्टम उरांव के गांव पहुंचने पर जश्न का माहौल, पैर धोकर किया गया स्वागत 2

चैनपुर के लिए गर्व की बात

जिला परिषद सदस्य मेरी लकड़ा ने कहा कि चैनपुर प्रखंड के लिए गर्व की बात है कि सुधा देश के लिए फुटबॉल खेलकर लौटी है. चैनपुर में कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो नित्य बेहतर प्रदर्शन कर आगे बढ़ रहे हैं. मुखिया सुशील दीपक मिंज ने कहा कि सुधा के कारण चैनपुर प्रखंड का नाम हुआ है. सुधा आगे और बेहतर करें. इसके लिए हर संभव मदद की जायेगी. मौके पर प्रमुख ओलिभाकांता कुजूर, थानेदार आशुतोष कुमार सिंह, इंस्पेक्टर बैजू उरांव, मुखिया सुशील दीपक मिंज, बजरंग गुप्ता सहित सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद थे.

रिपोर्ट : दुर्जय पासवान, गुमला

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें